यह दृश्य दिल को झकझोरने और इंसानियत कोशर्मसार करने वाला था। यहां सिविल अस्पताल के मोर्चरी हाउस से एक व्यक्ति के शव को कचरे की ट्रॉली में लादकर अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों ने संवेदनशीलता दिखाते हुए शव को कचरे की ट्रॉली में डाल दिया। इस घटनाक्रम का एक वीडियो वायरल हुआ तो हंगामा हो गया। इस दौरान एक पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद था।
जानकारी के अनुसार, कुछ दिन पहले बस स्टैंड के पास एक बुजुर्ग व्यक्ति बीमार हालत में मिला था। लोगों ने उसे सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया। 1 अक्टूबर को बुजुर्ग की मौत हो गई। उसकी पहचान न होने के कारण शव को मोर्चरी में रखा गया। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद नगर परिषद की टीम शव का अंतिम संस्कार कराने आई। इस दौरान टीम ने असंवेदनशीलता दिखाई और बुजुर्ग के शव को कचरे की ट्रॉली में लादकर ले गई।
ट्रॉली में कचरा लदा होने का किसी को पता न चले, इसलिए कचरे को काले रंग के तिरपाल से ढक दिया गया। कर्मचारी उसके ऊपर शव को रखकर वहां से अंतिम संस्कार के लिए ले गए। इस बारे में पूछा गया तो वहां मौजूद सफाई कर्मी बोले कि उन्हें नगर परिषद के ईओ ने शव को इस तरह ले जाने का आदेश दिया है।
मैंने किसी को भी नहीं दिए आदेश : ईओ
दूसरी आेर, नगर परिषद के ईओ भूपिंदर सिंह का कहना है कि उन्होंने किसी को आदेश नहीं दिया कि कचरे की ट्रॉली में शव को लेकर जाएं। ऐसा करने वालों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
एंबुलेंस की स्थिति कंडम
नगर कौंसिल के पास अपनी एंबुलेंस भी है लेकिन कई साल से उसकी मरम्मत न होने के कारण वह खस्ताहाल है। एंबुलेंस को ठीक करवाने के लिए भी प्रयास नहीं किए गए। इस पर भी कौंसिल प्रधान और ईओ एक-दूसरे ठीकरा फोड़ रहे हैं।