हिंदू धर्म में नागपंचमी के दिन सर्प को दूध पिलाने की परंपरा आदि काल से चली आ रही है। मान्यता है कि सावन के महीने में नाग देवता की पूजा करने और नाग पंचमी के दिन दूध पिलाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और घर में अन्न-धन के भंडार भरे रहते हैं। मगर विज्ञान की मानें तो सांप को दूध पिलाना उसके लिए नुकसानदेह है। आइए जानते हैं कि इस परंपरा के पीछे क्या है धार्मिक महत्व और क्या हैं वैज्ञानिक तर्क…
धार्मिक मान्यता
नागपंचमी के दिन सांप को दूध पिलाने और लावा अर्पित करने की परंपरा है। इस दिन सपेरे टोलियों में घर-घर घूमकर नागों के दर्शन करवाते हैं और भिक्षा मांगते हैं। श्रृद्धालु नागों को दूध पिलाने के साथ सपेरे को भी दान करते हैं।