जयपुर:हमारे ही देश में परंपराओं के नाम पर बहुओं के साथ कैसी ज़्यादती होती है ये कहीं ओर की बात नहीं, बल्कि भारत की राजधानी दिल्ली का हाल है। दिल्ली के इस इलाके में घर की बहू बेटियों को ही जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल दिया जाता है।भारतीय समाज में कई तरह की परम्पराओं ने अपना स्थान ले रखा हैं जिनमें से कुछ पर विवाद होता है तो कुछ पर तालियों की गूँज सुनाई देती हैं। आज हम जिस परंपरा की बात करने जा रहे हैं वो शादी करने के बाद घर आई दुल्हन से जुडी हुई हैं। नई दुल्हन का स्वागत घर में बड़े धूमधाम से किया जाता हैं और उसकी मुंह दिखाई की जाती हैं। लेकिन एक रस्म ऐसी भी हैं जो शर्मसार करने के लिए काफी हैं और रस्म के नाम पर कलंक हैं। जानिए नई दुल्हन से जुडी ये रस्म।
दिल्ली के नफजगढ़ स्थित प्रेमनगर बस्ती में एक ऐसा समुदाय है जो परंपरा के नाम पर अपने ही घर की बहुओं को जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल देता है। यह ‘परना समुदाय’ के नाम से जाना जाता है। यहां 12 से 15 साल की उम्र में ही लड़कियों की शादी करा दी जाती है। उसके बाद इन लड़कियों को घर का काम संभालने के साथ ही गैर मर्दो के साथ भी सम्बन्ध बनाने पड़ते हैं।
यह लड़कियां रात में घर का सारा काम निपटा कर जिस्मफरोशी के लिए निकल जाती है। जहां यह दूसरे मर्दों को संतुष्ट कर वापस अपने घर लौट आती है। इतना ही नहीं, अगर कोई लड़की इसे करने से मना कर देती है तो उसे प्रताड़ित किया जाता है यानी इस समुदाय में लड़कियों की शादी नहीं सौदा किया जाता है। शादी के बाद उनकी इज्जत का सौदा ससुराल वाले करते हैं।इतना ही नहीं ये सब कुछ होने के बाद भी इस समुदाय में महिलाओ को घूँघट में रहना पड़ता है, इस समुदाय में महिलाओ को कुछ भी बोलने की आज़ादी नही है, बस उनसे काम करवाने तक का मतलब रखा जाता है |