अधिकमास के चलते जहां इस साल एक महीने तक विवाह आदि मुहूर्तों पर विराम लगा रहा, वहीं अब लोगों को सावन माह के लिए भी और अधिक इंतजार करना होगा। 28 जुलाई को शुरू होने वाला सावन माह 26 अगस्त को रक्षाबंधन पर्व के साथ ही संपन्न होगा। हालांकि इस बार का सावन 28 या 29 दिन की बजाय पूरे 30 दिन का रहने वाला है। गौरतलब है कि पिछले साल सावन 10 जुलाई को ही आ गया था, जिसका 7 अगस्त को समापन हुआ। ऐसे में केवल 29 दिन का ही सावन महीना रहा था।

ज्योतिषाचार्य पं. जगदीश शर्मा के मुताबिक इस बार का सावन महीना कुछ ज्यादा ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि ज्येष्ठ अधिकमास के बाद सावन पूरे 30 दिन का रहने वाला है, यह संयोग पूरे 19 साल बाद पड़ रहा है। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि कुछ पंचांगों की तिथि गणना के मुताबिक इस बार सावन माह में दूज दो दिन रहेगी। कृष्ण पक्ष में दूज 29 और 30 जुलाई दोनों ही दिन रहेगी। ऐसे में रक्षाबंधन के बाद 29 व 30 जुलाई को भाई दूज मनाई जाएगी। वहीं, एकादशी तिथि का क्षय होने से एकादशी व्रत 7 अगस्त को रहेगा, लेकिन वैष्णव संप्रदाय के लोग 8 जुलाई को द्वादशी मनाएंगे।

सावन का पहला सोमवार 30 जुलाई को –

28 जुलाई से शुरू हो रहे पवित्र सावन माह का पहला सोमवार 30 जुलाई को आएगा। इसके बाद 6 अगस्त, 13 अगस्त और फिर आखिरी सोमवार 20 अगस्त को रहेगा। ऐसे में सावन के इन चार सोमवार को महिलाओं द्वारा भगवान शिव की आराधना की जाएगी। मान्यता है कि सावन के सोमवार में व्रत रखने व शिवलिंग पर जल चढ़ाने से घर में सुख-समृद्धी आती है।

11 अगस्त हरियाली अमास्या तो 15 को नागपंचमी –

11 अगस्त को हरियाली अमावस्या मनाई जाएगी, जिसे सावन महीने का पहला बड़ा त्यौहार माना जाता है। पं. शर्मा के मुताबिक कई साल बाद यह संयोग बन रहा है कि हरियाली अमावस्या शनिवार के दिन पड़ रही है। हरियाली अमावस्या के बाद हरियाली तीज का व्रत 13 जुलाई को रहेगा। 15 अगस्त को देशभर में स्वतंत्रता दिवस के साथ इस बार नागपंचमी का पर्व भी मनाया जाएगा, वहीं 26 अगस्त को रक्षाबंधन रहेगा।