लाइव हलचल डेस्क: वर्षों पहले मेरा एक मित्र , जो मेरा पडोसी भी था ने तंग आकर अपनी ज़िन्दगी ख़तम कर ली. वो King George Medical College , Lucknow का छात्र था. उसके suicide की वजह थी उसका बार-बार एक ही विषय में fail होना. आये दिन हमारे आस-पास ऐसी दुखद घटनाएं होती रहती हैं. ऐसी कई सारी घटनाओं की जड़ depression या अवसाद होती है.
जीवन में कभी-कभार low feel करना एक सामान्य बात है. लेकिन जब ये एहसास बहुत समय तक बना रहे और आपका साथ ना छोड़े तो ये depression या अवसाद हो सकता है. ऐसे में जीवन बड़ा नीरस और खाली-खाली सा लगने लगता है . ऐसे में ना दोस्त अच्छे लगते हैं और ना ही किसी और काम में मन लगता है. Life hopeless लगने लगती है और positive बातें भी negative लगने लगती हैं. यदि आपके साथ भी ऐसा होता है तो घबराने की ज़रुरत नहीं है. ज़रुरत है depression के symptoms और कारणों को समझने की और फिर उसका इलाज करने की.
हम सभी के जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं.कभी सफलता मिलने पर बहुत ख़ुशी मिलती है तो कभी असफल होने पे इंसान दुखी हो जाता है. कई बार लोग छोटे-मोटे दुःख को भी depression का नाम दे देते हैं, जो कि बिलकुल गलत है. Depression normal sadness से बहुत अलग होता है. आइये इसकी परिभाषा को समझते हैं:
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According to MediLexicon’s Medical Dictionary, depression is “a mental state or chronic mental disorder characterized by feelings of sadness, loneliness, despair, low self-esteem, and self-reproach; accompanying signs include psychomotor retardation (or less frequently agitation), withdrawal from social contact, and vegetative states such as loss of appetite and insomnia.”
“अवसाद एक ऐसी मानसिक स्थिति या स्थायी मानसिक विकार है जिसमे व्यक्ति को उदासी, अकेलापन, निराशा, कम आत्मसम्मान, और आत्मप्रतारणा महसूस होती है ; इसके संकेत मानस – मिति संबंधी मंदता , समाज से कटना ,और ऐसी स्थितिया जिसमे की कम भूख लगना और अत्यधिक नीद आना में नज़र आते हैं.”