सोशल मीडिया को सारथी बनाकर 2014 के लोकसभा चुनाव में परचम लहराने वाली भारतीय जनता पार्टी मिशन-2019 के लिए इस माध्यम को सशक्त तरीके से अपनाने जा रही है। कर्नाटक चुनाव में पार्टी को बड़ी सफलता दिलाने वाले राष्ट्रीय महासचिव पी. मुरलीधर राव के मार्ग दर्शन में अबकी डिजिटल कुंभ की तैयारी शुरू कर दी गई है।
चर्चा के बिंदु
- सोशल मीडिया के माध्यमों से हिंदू धर्म से जुड़े विषय उठाना
- डिजिटल माध्यमों के प्रयोग से वैश्विक स्तर पर अध्यात्म का प्रसार
- डिजिटल संसाधनों की मदद से भारतीय सभ्यता व संस्कृति का संरक्षण
- पहले चरण में उत्तराखंड से बिहार तक होगा आयोजन
क्या है डिजिटल कुंभ
हिंदुत्व व सनातन धर्म की बातों, विचारों और तथ्यों को सोशल मीडिया के सहयोग से सहज-सरल तरीके से प्रसारित करने की कार्यशाला, जिसमें सोशल मीडिया के सक्रिय वालंटियर्स और ङ्क्षहदू मतावलंबी साधु-संत व विचार एक मंच पर होंगे।
हिंदुत्व के एजेंडे को नए तेवर
भाजपा डिजिटल कुंभ के जरिए हिंदुत्व के एजेंडे को नए तेवर-कलेवर दिए जाएंगे। पहला डिजिटल कुंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आयोजित होगा। इसमें सोशल मीडिया के चयनित महारथियों, हिंदुत्व की बात करने वाली शख्सियतों व साधु-संतों को एक मंच पर जुटाया जाएगा। पार्टी सूत्रों का कहना है कि विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की तरह ही हिंदुत्व को एजेंडे को सीधे तौर पर उठाने के लिए भाजपा की ओर से डिजिटल कुंभ की पटकथा लिखी गई है। मिशन-2019 के लिए यूथ को फोकस कर रही पार्टी को यह भरपूर अहसास है कि सोशल मीडिया ही इस आयुवर्ग के मानस पटल पर पूरी तरह से छाया हुआ है।
अनूप कायपल्ली को कमान
भाजपा की तरफ से डिजिटल कुंभ के आयोजन की कमान भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव अनूप कायपल्ली को दी गई है। पहले चरण में डिजिटल कुंभ का आयोजन उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश से बिहार तक के गंगा से जुड़े सूबों में होगा। चूंकि प्रयाग में अबकी कुंभ लगने जा रहा है इसलिए इस अभियान का नाम भी डिजिटल कुंभ रखा गया है। दूसरे चरण में डिजिटल कुंभ के तहत कार्यशाला का आयोजन दक्षिण भारत के सूबों में होगा। इन कार्यशालाओं में हिंदुत्व के साथ-साथ संघ, विहिप, बजरंग दल व गोरक्षा आदि विचारों से जुड़ी बातों के अलावा केंद्र और भाजपा शासित राज्यों की उपलब्धियों को भी लोगों तक पहुंचाने के टिप्स दिए जाएंगे।
डिजिटल कुंभ की रूपरेखा तय
राष्ट्रीय महासचिव भाजयुमो व डिजिटल कुंभ के संयोजक अनूप कायपल्ली ने बताया कि डिजिटल कुंभ की रूपरेखा तय कर ली गई है। सोशल मीडिया पर हिंदुत्व को लेकर मुखर रहने वाले वालंटियर्स के चयन की प्रक्रिया शीघ्र ही शुरू की जाएगी। पहले डिजिटल कुंभ का आयोजन काशी में सितंबर या अक्टूबर में होगा।
हिंदुत्व व सनातन धर्म की बातों, विचारों और तथ्यों को सोशल मीडिया के सहयोग से सहज-सरल तरीके से प्रसारित करने की कार्यशाला, जिसमें सोशल मीडिया के सक्रिय वालंटियर्स और ङ्क्षहदू मतावलंबी साधु-संत व विचार एक मंच पर होंगे।