हनी ट्रैप के साथ ही दो पासपोर्ट रखने के मामले में गिरफ्तार यूक्रेन की मॉडल डारिया मोलचन को हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद गोरखपुर जेल से रिहा कर दिया गया। मॉडल को तीन अप्रैल को यहां पार्क रोड से गिरफ्तार किया गया ता। आज दोपहर में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम मोलचन को लेकर दिल्ली रवाना हो गई।
यूक्रेन में सूमी 85, किरोवा स्ट्रीट निवासी डारिया मोलचन (20) पुत्री विटाली मोचलन को एसटीएफ ने दो अप्रैल को पार्क रोड से गिरफ्तार किया था। डारिया मोलचन के पास से दो पासपोर्ट, मरिना अमन मेहता के नाम से बना फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस, दो मोबाइल व टैबलेट मिला था। मोबाइल चेक करने पर उसमें दिल्ली के रहने वाले एक शीर्ष पुलिस अधिकारी की आपत्तिजनक तस्वीर मिली थी, जिसे जांच के लिए दिल्ली के फारेंसिक लैब भेजा गया है।
एसटीएफ इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश की तहरीर पर कैंट पुलिस ने डारिया मोलचन के खिलाफ फर्जी दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने और विदेश अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया था। 20 दिन पहले यूक्रेन की इस माडल को दिल्ली के हाईकोर्ट से सशर्त जमानत मिल गई, लेकिन जमानत के लिए आगे आए गोरखपुर व कानपुर के लोग सत्यापन में पीछे हट गए। इसके बाद 28 मई को कोलकाता के भवानीपुर, लाला लाजपत सराय निवासी रवि भालोटिया और न्यू अलीपुर मोहल्ले के कुमार बिहान ने कोर्ट में अर्जी देकर मॉडल की जमानत ली।
दिल्ली और गोरखपुर के कई बड़े कारोबारी भी उनके संपर्क में थे। अंदेशा लगाया गया था कि डारिया ब्लैकमेलिंग कर देश की खुफिया जानकारी लीक कर रही हैं। हालांकि अभी उनकी मोबाइल और टैबलट की फरेंसिक रिपोर्ट आना बाकी है। डारिया को जेल से निकलने के बाद यूक्रेन एम्बेसी के हवाले किया जाएगा। वहीं गोरखपुर पुलिस एम्बेसी के जरिए सुनिश्चित कराएगी कि जब डारिया को बुलाया जाएगा, उसे बुलाना एम्बेसी की भी जिम्मेदारी होगी।
यूक्रेन की मॉडल को जमानत मिलने के बाद बीते महीने उसके दो साथी चार्टर प्लेन लेकर गोरखपुर आए थे, लेकिन उसकी रिहाई नहीं हो सकी थी। इस चक्कर में चार्टर प्लेन को गोरखपुर से वापस भेजना पड़ा। उत्तर प्रदेश की एसटीएफ ने डारिया मोलचन को तीन अप्रैल को गिरफ्तार किया था। 20 वर्ष की यूक्रेन की इस मॉडल को गोरखपुर के एक होटल से गिरफ्तार किया गया था। मॉडल यहां पर बिना वीजा के ही रह रही थी। इंटेलिजेंस ब्यूरो से मिली जानकारी के बाद उसे एसटीएफ ने पकड़ा था। वह नेपाल के रास्ते खाड़ी के देशों में जाना चाहती थी।
इसके लिए डारिया अपने साथियों की मदद से कुछ फर्जी दस्तावेज भी बनवा रही थी। गोरखपुर आने से पहले दिल्ली में महीने भर रही थी जहां उसने दिल्ली पुलिस और एयरपोर्ट के अफसरों से दोस्ती कर ली थी। डारिया ने कुछ मॉडलिंग एजेसिंयों के लिए दिल्ली में रह कर मॉडलिंग भी की थी। इसके मोबाइल से कुछ बडे अधिकारियों के साथ उसकी बेहद आपत्तिजनक तस्वीरें मिली हैं। खुफिया एजेंसियों को शक है कि डारिया मोलचन हनी ट्रैप हो सकती है। इसी शक में जब 2016 में दिल्ली आई थी, तो उसे जबरन यूक्रेन वापस भेज दिया गया था। उसके वीसा को ब्लैक लिस्टेड भी कर दिया गया था। 2017 में जब डारिया दुबारा दिल्ली पहुंची तो उसे एयरपोर्ट से वापस भेज दिया गया।
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