कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि सरकार जानबूझकर निकाय चुनाव को टाल रही है। ऐसी सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। नैतिकता के आधार पर सरकार को इस्तीफा देना चाहिए।
हरिद्वार में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने भाजपानीत केंद्र और प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकार ने अपने कार्यकाल में ऐसा कोई भी कार्य नहीं किया है, जिससे यहां की जनता उन्हें याद रख सके।
आरोप लगाया कि नमामि गंगे पर करोड़ों रुपए खर्च होने के बाद भी गंगा की स्थिति जस की तस है। उन्होंने कहा कि समय की आवश्यकता है कि सभी कांग्रेसी एकजुट हो जाएं। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार से यदि कोई गलती हो गई हो तो उसे दुरुस्त कर संशोधित शासनादेश जारी करने को प्रदेश सरकार स्वतंत्र है। किसी भी मामले का राजनीतिकरण ठीक नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया कि चारधाम यात्रा की व्यवस्थाएं अच्छी नहीं है। अव्यवस्थाओं के चलते 15 से ज्यादा श्रद्धालुओं की अकाल मृत्यु हो गई । यात्रा मार्ग पर पानी, दवाई, मोबाइल कनेक्टिविटी जैसी मूलभूत सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं है। उन्होंने बताया कि 30 मई को वनवासी अधिकार दिवस मनाया जाएगा। हिमालय सरोकारों से जुड़े लोगों से इसमें भागीदारी की अपील भी की।