आर्कबिशप के खत ने हिंदुस्तान की सियासत के भूचाल ला दिया है. अब इस पर केंद्रीय मंत्री और बिहार के नवादा से सांसद गिरिराज सिंह ने कहा कि अगर चर्च 2019 में मोदी सरकार न बनने के लिए प्रार्थना करने को कहे तो दूसरे धर्म के लोगों के लोग कीर्तन पूजा करेंगे. आर्कबिशप के पादरियों को पत्र भेजने के मामले पर बीजेपी ने आपत्ति जताई है. इस मामले में अब गिरिराज सिंह ने कहा है, ‘हर क्रिया की प्रतिक्रिया होती है. मैं ऐसा कोई कदम नहीं उठाऊंगा जो सांप्रदायिक सद्भाव को बाधा पहुंचाए लेकिन अगर 2019 में मोदी की सरकार न बने इसके लिए चर्च लोगों से प्रार्थना करने को कहे तो देश को सोचना होगा कि दूसरे धर्म के लोग अब कीर्तन-पूजा करेंगे.’
बता दें कि दिल्ली के आर्कबिशप अनिल काउटो ने राजधानी के सभी चर्च के सभी पादरियों को खत लिखकर भारत की राजनीतिक स्थिति को अशांत बताया है. आर्कबिशप ने 2019 के आम चुनावों को देखते हुए पादरियों से प्रार्थना और शुक्रवार को उपवास रखने की अपील की है. आर्कबिशप ने लिखा है कि मौजूदा अशांत राजनीतिक माहौल संविधान में निहित हमारे लोकतांत्रिक सिद्धांतों और हमारे देश के धर्मनिरपेक्ष तानेबाने के लिए खतरा बन गया है. आर्किबिशप के इस खत पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है.
उन्होंने अपने पत्र में लिखा है, ‘अपने देश और इसके नेताओं के लिए हर समय प्रार्थना करना हमारी पवित्र प्रथा है, लेकिन जब हम आम चुनावों की तरफ बढ़ते हैं तो यह प्रार्थना बढ़ जाती है.’ पत्र में आगे लिखा है कि अगर हम 2019 की ओर देखें तो तब हमारे पास नई सरकार होगी और चलिए हम अपने देश के लिए प्रार्थना शुरू करते हैं. आपको बता दें कि यह खत 8 मई को लिखा गया है. इसमें निर्देश दिया गया था कि 13 मई को रविवार की आम प्रार्थना में इसे पढ़ा जाए. पत्र पर राजनीति किये जाने की सफाई के तौर पर आर्कबिशप ऑफिस ने स्पष्ट किया कि मौजूदा हालात निश्चित तौर पर चिंता का विषय है लेकिन यह बात किसी खास शासन या पार्टी के संदर्भ में नहीं कही गई है.