आईपीएल 2018 में दिल्ली के ख़राब प्रदर्शन से आहत होकर कप्तानी छोड़ने वाले भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने बीसीसीआई पर गंभीर बयान देते हुए कहा है कि बोर्ड ने भले ही क्रिकेट को बेहद लोकप्रिय और सफल इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) दी, लेकिन उसने टेस्ट क्रिकेट के प्रचार और प्रसार के लिए कुछ खास नहीं किया. अपनी बेबाक टिप्पणियों के लिए मशहूर गंभीर ने समिति (सीओए) के प्रमुख विनोद राय और सीईओ राहुल जोहरी कि मौजूदगी में कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि बीसीसीआई ने टेस्ट क्रिकेट का उस तरह से प्रचार और प्रसार किया जैसा कि उसने वनडे और टी-20 के मामले में किया. मुझे वेस्टइंडीज के खिलाफ (2011 में) ईडन गार्डन्स पर खेला गया टेस्ट मैच याद है. भारत पहले दिन बल्लेबाजी कर रहा था और केवल 1000 लोग स्टेडियम में थे.’
गंभीर ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा, ‘कल्पना करो कि वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण खेल रहे हों और केवल 1000 दर्शक मौजूद हों.’ वही ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह को लगता है कि टेस्ट क्रिकेट दूसरी श्रेणी के शहरों में आयोजित किया जाना चाहिए लेकिन गंभीर को यह समाधान नहीं लगता.गंभीर का मानना है कि टेस्ट मैचों से पहले सीमित ओवरों के मैच खेलने से थोड़ी मदद मिल सकती है.
भारत की तरफ से 58 टेस्ट और 147 वनडे खेलने वाले गंभीर ने कहा, ‘मैं नहीं जानता लेकिन कहीं कुछ गड़बड़ी हुई है. हो सकता है कि उन्हें टी-20 और वनडे में कटौती करनी पड़े.’