भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के चार दिवसीय कर्नाटक दौरे का शनिवार को दूसरा दिन है। शाह अपने इस दौरे के जरिए चुनाव अभियान में ताकत झोकेंगे। इस बार अमित शाह चार दिनों तक कर्नाटक में रहेंगे। इस दौरान वे गलकोट देवनागरे, चित्रदुर्ग, टुमकुर जिलों में चुनाव प्रचार करेंगे। उत्तरी कर्नाटक में 12 जिलों की करीब 80 विधानसभा सीटें आती हैं। कर्नाटक में सभी 224 सीटों के लिए 12 मई को मतदान होगा और 15 मई को मतगणना होगी।
बताया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी शनिवार को कर्नाटक दौरे पर रहेंगी। कर्नाटक दौरे पर स्मृति ईरानी महिलाओं के साथ संवाद करेंगी। वे दोपहर 2 बजे बेलगाम के जेएनवीएम कॉलेज में महिलाओं के साथ संवाद करेंगी।
इससे पहले कर्नाटक दौरे में अमित शाह ने शहर के कनकदासा सर्किल से हूविना मंडी तक रोड शो निकाला। सड़क किनारे खड़े लोगों से उन्होंने अपील की कि 12 मई को भाजपा की सरकार बनाने के लिए मतदान करें। शाह ने लोगों से कहा कि वे अपने साथ 50 लोगों को मतदान के लिए लेकर आएं।
बेंगलुरु में शाह ने पार्टी के शक्ति केंद्र की बैठक में कहा कि कांग्रेस ने महान हिंदू संस्कृति को आतंकवाद से जोड़ने का पाप किया है। उन्होंने कहा कि राहुल जी आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। अब कांग्रेस कह रही है कि उसने इन शब्दों का कभी इस्तेमाल नहीं किया।
शाह ने कहा कि राहुल ने 16 दिसंबर 2010 को अमेरिकी राजदूत के समक्ष यह बात कही थी। विकिलीक्स ने इसे उजागर किया था। उनका कहना था कि मुख्यमंत्री सिद्दरमैया सहित कई कांग्रेस नेताओं द्वारा इन शब्दावलियों का उपयोग किया जाना रिकॉर्ड पर है।
मक्का मस्जिद विस्फोट के आरोपियों के बरी होने के मद्देनजर भाजपा की ओर से हमले किए जाने के बाद कांग्रेस ने कहा कि भगवा आतंकवाद जैसी कोई बात नहीं की गई और आतंकवाद को किसी धर्म या समुदाय से नहीं जोड़ा जा सकता। गौरतलब है कि कांग्रेस ने कहा है कि राहुल गांधी और पार्टी ने कभी इन शब्दावलियों का इस्तेमाल नहीं किया।