प्रवीण तोगडिया युग के अंत के बाद अब विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष बने वीएस कोकजे पर एक बड़ी जिम्मेदारी है. लो प्रोफाइल राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नेता और नामचीन कानूनविद् कोकजे के इंदौर ऑफिस में फ़िलहाल मीडिया और नेताओं का आना जाना जोरो पर है. राम मंदिर पर सवाल के जवाब में कोकजे कहते हैं कि विश्व हिंदू परिषद का सबसे बड़ा काम अयोध्या राम जन्मभूमि विवाद के निपटारे का है. कानून के दायरे में या कानून बनाकर. किस तरह से रास्ता निकल सकता है उस पर काम चल रहा है.
कोकजे ने कहा कि इससे वर्ष 2018 में ही मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा. विश्व हिंदू परिषद अब इसके कानूनी पहलुओं को बारिकियों से समझ कर अपना काम रही है. वे कहते हैं कि उनके परिषद के राषट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार भी कानूनविद् है इसलिए जल्द से जल्द मामला निपट सकता है. निसंदेह इस पूरे प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. लेकिन अगर कोई कानून बनाकर मामले का हल निकालने की गुंजाइश है तो उसका भी अध्ययन किया जा रहा है.
कोकजे ने कहा कि देश का जनमानस अब पूरी तरह से इस बात का इंतजार कर रहा है कि अयोध्या में रामलला का मंदिर बने. तैयारियों का आलम यह है कि अयोध्या में कार्यशालाएं चल रही हैं जहां निर्माण के लिए मटेरियल तैयार हो रहा है. कोकजे इस बात से साफ इंकार करते हैं कि विश्व हिंदू परिषद का चेहरे बदलने से आंदोलन पर कोई असर होने वाला है. डा तोगडिया, श्री सिंघल की अपनी कार्यशैली थी. उनकी अपनी कार्यशैली होगी. वे खुलकर कहते हैं कि वे न तो माथे पर तिलक काढेंगे और न ही त्रिपुंडी लगाएंगे.