दो दिन की छुट्टी के बाद बैंक तो खुले, लेकिन एटीएम में पैसा न होने के कारण लोगों को राहत नहीं मिल पाई। स्थिति ये रही कि लोग पैसा निकालने के लिए एटीएम दर एटीएम भटकते रहे।
मंगलवार को भी ज्यादातर लोगों को खाली हाथ घर लौटना पड़ा। वहीं देहरादून के बैंकों में सुबह से ही लोगों की भारी भीड़ रही। वहीं कुछ बैंकों की शाखाओं में लोगों को घंटो सर्वर की मार झेलनी पड़ी। हालांकि सोमवार की शाम को शहर के कुछ एटीएम में पैसा आ जाने के बाद लोगों को राहत मिली।
सतेंद्र सिंह का कहना है कि मेरा वेतन अकाउंट में आता है और उसी से मेरे घर का खर्च चलता है। लेकिन पिछले पांच दिनों से एटीएम में पैसा नहीं है। किसी से उधार मांगकर काम चलाना पड़ रहा है। अब तक पांच एटीएम घूम आया हूं, लेकिन किसी में पैसा नहीं मिला। वैसे तो आज बैंक खुल गए हैं, लेकिन आज भी एटीएम में पैसे नहीं डाले गए।
फरीद अहमद का कहना है कि तीन दिन हो गए पैसों के लिए भटक रहा हूं। किसी भी एटीएम में रुपये नहीं निकल रहे हैं। बैंक वालों ने जनता को सच मे कैश लैस बनाकर छोड़ दिया। हाल यह है कि लोग अपने ही पैसे का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। सुबह से बैंक में लाइन में लगा रहा, सर्वर नहीं चला। अब एटीएम दर एटीएम भटक रहा हूं।
एसएस रावत ने बताया कि शिमला बाई पास से देखते हुआ आ रहा हूं, लेकिन रास्ते में यहां तक जितने भी एटीएम मिले, किसी में भी पैसे नहीं मिले। एटीएम खाली पड़े हैं, जिससे लोगों को बहुत परेशानी झेलनी पड़ रही है। यह आज ही की बात नहीं है, मैं पिछले तीन दिन से पैसे निकालने के लिए एक एटीएम से दूसरे के चक्कर लगा रहा हूं।