देश भर को हिलाकर रख देने वाले कठुआ गैंगरेप और हत्या मामले की सुनवाई सोमवार को चीफ जुडिशल मैजिस्ट्रेट की अदालत में हुई। इसके लिए मामले के सभी आरोपियों को कोर्ट के सामने पेश किया गया। खुद को निर्दोष बता रहे आरोपियों में से एक सांजी राम ने पेशी के बाद अदालत से निकलते हुए कहा कि नारको टेस्ट होने पर पर सबकुछ साफ हो जाएगा। कोर्ट ने अगली सुनवाई की तारीख 28 अप्रैल तय की है।
सुनवाई से पहले आरोपी तिलक राज के वकील ने कहा कि उन्हें चार्जशीट की दूसरी कॉपी दी ही नहीं गई। वह सोशल मीडिया पर चल रहे तथ्यों के आधार पर पहुंचे हैं। ऐसे में उनके हाथ बंधे हैं। वहीं, सुनवाई के बाद आरोपियों के वकील अंकुर शर्मा ने बताया कि कोर्ट ने बचाव पक्ष को चार्जशीट की पूरी कॉपी देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बचाव पक्ष नारको टेस्ट के लिए तैयार है।
नारको टेस्ट में सब होगा साफ’
उधर, सांजी राम ने एक बार फिर खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि अगर नारको टेस्ट होता है तो सब कुछ साफ हो जाएगा। वह पहले भी मामले की सीबीआई जांच की मांग करते रहे हैं। इससे पहले उन्होंने कहा था कि सीबीआई जांच में अगर उन्हें दोषी पाया जाता है तो फांसी दे दी जाए।
बेटी ने कहा, ‘निर्दोष लोगों को फंसाने की साजिश’
बेटी ने कहा, ‘निर्दोष लोगों को फंसाने की साजिश’
सांजी की बेटी ने कोर्ट में सुनवाई के बाद मीडिया से बात करते हुए पूरी घटना को साजिश बताया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि उस बच्ची का रेप नहीं मर्डर हुआ है। उन्होंने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग करते हुए कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो निर्दोष लोग फंसेंगे। उन्होंने कहा कि वह पूरी चाहती हैं कि इस साजिश के बारे में पूरी दुनिया और देश की जनता जाने।
उधर, पीड़ित परिवार मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख कर चुका है जहां सोमवार दोपहर को सुनवाई होगी। परिवार को शक है कि जम्मू में रहते हुए केस की जांच सही से नहीं हो सकेगी। परिवार केस चंडीगढ़ में ट्रांसफर करना चाहता है। पीड़ित पक्ष की महिला वकील दीपिका राजावत ने कहा था कि इस केस में सियासी दखलंदाजी हो सकती है। हालिया दिनों में आरोपियों के पक्ष में प्रदर्शन से भी वह बेहद चिंतित हैं। इसलिए इस मामले की सुनवाई किसी दूसरे राज्य में होनी चाहिए। उन्होंने अपनी जान को खतरा भी बताया था।