नई दिल्ली. स्टाफ सिलेक्शन कमिशन (SSC) की परीक्षा में कथित धांधली को लेकर छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है. इसे लेकर छात्रों ने होली वाले दिन भी प्रदर्शन किया. मामले की CBI जांच की मांग को लेकर छात्रों ने शुक्रवार को लोदी रोड इस्टेट के पास प्रदर्शन किया. इससे पहले गुरुवार को भी हजारों की संख्या में छात्रों ने सड़क पर उतरकर इस धांधली के विरोध में धरना प्रदर्शन किया था. आपको बता दें कि यह आंदोलन दिल्ली सहित देश के अन्य राज्यों तक फैल गया है. SSC ने मामले की गंभीरता को देखते हुए गुरुवार को छात्रों को बातचीत के लिए बुलाया था. स्टाफ सिलेक्शन कमिशन के चेयरमैन अशीम खुराना ने छात्रों को भरोसा दिलाया कि उनके आरोपों की गहन जांच होगी और आरोप सही होने की स्थिति में उचित कार्रवाई की जाएगी. हालांकि इसके बाद भी मामला शांत होता नहीं दिख रहा.
राजनीतिक दल भी मामले में कूदे
दूसरी तरफ, राजनीतिक बीच में आ गए हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सरकारी नौकरियों के लिए कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में कथित घोटाले की CBI से जांच कराने की मांग की है. मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को ट्वीट किया, “हजारों परिक्षार्थी इस घोटाले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. यह मसला उनके भविष्य से जुड़ा है. केंद्र सरकार को तत्काल उनकी मांग को स्वीकार करना चाहिए और सीबीआई जांच का आदेश देना चाहिए.”
क्या है छात्रों का आरोप
अभ्यर्थियों का आरोप है कि परीक्षा में गलत तरीके से सेटिंग की जा रही है. छात्रों ने कहा कि SSC की परीक्षा ऑनलाइन हो रही थी, इस परीक्षा में स्टूडेंट और परीक्षक तक को पेन या मोबाइल अंदर ले जाने की अनुमति नहीं थी. इसके बावजूद परीक्षा के दौरान सोशल मीडिया पर प्रश्न पत्र का स्क्रीन शॉट कैसे वायरल हो गया?
आपको बता दें कि 17 से 21 फरवरी तक SSC टियर टू की परीक्षा का आयोजन हुआ था. पूरे देश के लगभग दो लाख परिक्षार्थियों ने इस परीक्षा में हिस्सा लिया था. इस परीक्षा में वही कैंडिडेट शामिल हुए जो अगस्त 2017 में टियर 1 की परीक्षा में शामिल हुए थे. पहले यह परीक्षा 27 नवंबर को होनी थी, लेकिन कुछ कारणों से यह परीक्षा टलती चली गई.
अभ्यर्थियों की मांग है कि इस घोटाले की जांच CBI से कराई जाए और 17 फरवरी से 20 फरवरी के बीच की सभी परीक्षा दोबारा कराई जाए. यह भी मांग की गई कि परीक्षा प्रक्रिया की नए सिरे से समीक्षा की जाए. वहीं SSC का कहना है कि इस परीक्षा को तकनीकी कारणों से रद्द किया गया है.