अगले तीस दिन, जी हां, अगले तीस दिन में उत्तर कोरिया कोई ऐसा बड़ा धमाका कर सकता है कि दुनिया दंग रह जाए. ये हम नहीं कह रहे. बल्कि ये डर दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क की सबसे तेजतर्रा खुफिया एजेंसी सीआईए कह रही है. अमेरिकी खफिया एजेंसी सीआईए ने सेटेलाइट से ली गई एक तस्वीर के हवाले से ये दावा किया है कि उत्तर कोरिया अमेरिका पर परमाणु हमले की एक बेहद खुफिया प्लानिंग कर रहा है. सीआईए के डायरेक्टर ने अंदेशा जताया है कि उत्तर कोरिया अमेरिका पर अगले तीस दिन के अंदर न्यूक्लियर मिसाइल से हमला कर सकता है.
नहीं बदली किम की सोच
दुनिया को दिखाने के लिए उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने मुखौटा तो बदल लिया है. मगर सोच उसकी अभी तक नहीं बदली है. एक तरफ तो वो दक्षिण कोरिया के विंटर ओलंपिक में अपनी टीम भेजकर दुनिया को दिखा रहा है कि वो बदल गया है. वहीं दूसरी तरफ वो न्यूक्लियर हमले की प्लानिंग कर रहा है. किम की इस खुफिया प्लानिंग का खुलासा सेटेलाइट तस्वीरों से हुआ है. देखिए इन तस्वीरों से साफ ज़ाहिर है कि किस तरह किम जोंग उन के आदेश पर युद्ध स्तर पर मिसाइल कार्यक्रम आगे बढ़ रहा है.
सेटेलाइट तस्वीरों से बड़ा खुलासा
सेटेलाइट में कैद तस्वीरें बता रही हैं कि नॉर्थ कोरिया ने अपने मिसाइल प्रोग्राम को और भी एडवांस बना लिया है. जो ये बताने के लिए काफी है कि किम जल्द ही किसी परमाणु हमले की खुफिया साज़िश रच रहा है. खुद अमेरिका भी ये आशंका जता रहा है. ज़ाहिर है अमेरिका ने भी किम की इस प्लानिंग के लिए इन्हीं तस्वीरों को आधार बनाया है. खुद अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के डायरेक्टर माइक पैंपिओ के मुताबिक उत्तर कोरिया अमेरिका पर न्युक्लियर मिसाइल से हमला बोल सकता है.
सीआईए ने जताई हमले की आशंका
अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के डायरेक्टर माइक पैंपिओ का कहना है कि हमें इस बात की चिंता है कि उत्तर कोरिया के पास ऐसे न्यूक्लियर मिसाइल हैं जिससे वो एक महीने में अमेरिका पर हमला कर सकता है. हालांकि हमारी खुफिया एजेंसी लगातार प्योंगयांग और उसके राष्ट्रपति किम जोंग उन से संभावित खतरों पर चर्चा करती है. हमारा काम अमेरिका के राष्ट्रपति तक इस बारे में खुफिया जानकारी पहुंचाना है ताकि उनके पास इस जोखिम को गैर-कूटनीतिक तरीके से कम करने के विकल्प हों.
किम और डोनाल्ड के बीच तनातनी
अमेरिका का ये बेहद गंभीर बयान उस वक्त आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति बार बार उत्तर कोरिया के सनकी तानाशाह की परमाणु धमकी पर उसको चेताते रहते हैं. इस साल की शुरूआत में जिस तरह किम के परमाणु बटन के जवाब में ट्रंप ने बड़े परमाणु बटन की धमकी दी उससे ये सवाल उठने लगे कि कहीं अमेरिका कोरिया पर हमले का बहाना तो नहीं ढूंढ रहा है. तो क्या अमेरिका उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के खिलाफ वैसा ही आक्रामक रवैया अपनायेगा जैसा वो पहले भी अपनाता रहा है.
प्रतिबंध के बावजूद नहीं बदला किम
अमेरिका भले ही उत्तर कोरिया को अपने तरीके से समझा रहा हो लेकिन सच ये है कि किम जोंग उन ने अपनी कान में तेल डाल रखा है. दुनिया की चिंता से बेफिक्र परमाणु शक्ति बनने के नापाक मिशन में उत्तर कोरिया लगा हुआ है. पिछले साल उत्तर कोरिया ने कम से कम 20 बैलेस्टिक मिसाइलों का टेस्ट किया, जिनमें तीन तो इंटरकॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइलों का टेस्ट हुआ. इसकी वजह से अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी ने कई आर्थिक प्रतिबंध लगा रखे हैं लेकिन इससे किम जोंग उन की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ता.
अमेरिका की चिंता
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप का बयान आया कि उत्तर कोरिया सरकार को अवैध न्युक्लियर परमाणु कार्यक्रम को बंद करना चाहिए और अंतर्राराष्ट्रीय आतंक पर काबू पाना चाहिए. अमेरिका की सबसे बड़ी खुफिया एजेंसी के मुखिया की चिंता बताती है कि उत्तर कोरिया से आज कितने बड़े खतरे का अंदेशा बन चुका है.