चंडीगढ़। बिग बॉस केे पूर्व प्रतिभागी और मशहूर फैशन डिजाइनर राेहित वर्मा ने बड़ा खुलासा किया है। उनका कहना है कि गे होना कोई शर्म की बात या अपराध नहीं है। हां, इससे पहले मुझे कितने ही लोग कहते थे कि यह कोई दिमागी बीमारी है। लेकिन सच कहूं तो आप कुदरत की बनाई खूबसूरती हैं, जिसे आपकाे कुबूल करना ही होगा। मैंने भी किया।
वह होटल जेडब्ल्यू मैरियट-35 में वेडिंग वाउज प्रदर्शनी में अपने कलेक्शन के साथ पहुंचे थे। एक बातचीत में उन्होंने कहा, मैंने गे होने के कबूल करने की बहुत बड़ी सजा भोगी। अपने पिता से 10 वर्ष तक दूर रहा। उनसे बात भी नहीं कर पाया। लेेकिन, आखिरकार उन्होंने भी इस बात को माना। आज मैं खुश हूं, कामयाब हूं और भारत की संस्कृति को अपने डिजाइन परिधानों के जरिए विदेशों तक ले जा रहा हूं।
पिता आइएएस बनाना चाहते थे
रोहित ने कहा कि वह ऐसे परिवार से आते हैं जहां हर कोई साहित्य से जुड़ा है। शुरुआती जीवन में मुझे मेरे पिता आइएएस ऑफिसर बनाना चाहते थे। मगर मेरा ध्यान कभी इस तरह नहीं था। मैं फैशन इंडस्ट्री में ही आगे बढ़ना चाहता था। मैंने फैसला लिया और अपने कदम आइएएस की तैयारी से हटाकर फैशन की तरफ बढ़ाए। मेरी मौसी ही मेरे साथ थी। मैं अपनी राह में आगे बढ़ता गया। बिग बॉस में शामिल होने के बाद मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी चीज पिता से 10 वर्ष बाद संपर्क होना था, जिन्होंने मुझे मेरे रूप में ही अपना लिया।
भारत में अनेक फेब्रिक्स जिन्हें मार्केट करना जरूरी
रोहित ने कहा उन्हें भारतीय फेब्रिक में ही काम करना अच्छा लगता है। हमारे देश में ही सिल्क और कॉटन की इतनी ज्यादा वैरायटी मिलती है कि हमें कहीं और जाने की जरूरत नहीं। लेकिन, हमारी मार्केट आज भी चीन के सिल्क से भरी हुई है। मेला कलेक्शन में मैंने इसी चीज का ध्यान रखा है कि भारत के विभिन्न राज्यों की अलग-अलग खूबसूरती को पेश करूं। इसमें मैंने राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और खासकर पंजाबी फुलकारी में वर्क किया है।
ड्रेसिंग सेंस को सुधारने के लिए करता हूं समीक्षा
रोहित एक टीवी चैनल के लिए फैशन समीक्षा भी करते हैं। उन्होंने कहा कि किसी की ड्रेसिंग सेंस पर कमेंट करना बुरा नहीं। अगर कोई फिल्मी सितारा कोई ड्रेस पहनता है तो उसे अच्छा ही होना चाहिए। मैंने सलमान से लेकर शाहरुख के ड्रेसिंग पर काफी समीक्षा की। मुझे खुशी भी है कि आजकल सितारे इस और ज्यादा ध्यान देते हैं।