सलीम जब 52 श्रद्धालुओं को लेकर सूरत पहुंचे थे तब खुद गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी उनका स्वागत करने आए थे. उसी वक्त रूपानी ने उनका नाम वीरता पुरस्कार के लिए भेजने का वादा किया था. बता दें बीते साल 10 जुलाई को सलीम 60 श्रद्धालुओं को लेकर अमरनाथ यात्रा पर गए हुए थे. वापस लौटते वक्त रात 8:30 बजे बाटेंगू के पास आतंकियों ने बस पर फायरिंग शुरू कर दी. इस हमले में 8 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी जबकि कई लोग घायल हो गए थे.

ताबड़तोड़ गोलीबारी के बीच साहस परिचय देते हुए ड्राइवर शेख सलीम ने बस चलाना जारी रखा और इस तरह उन्होंने 52 यात्रियों की जान बचा ली. अगले दिन श्रीनगर एयरपोर्ट से इन श्रद्धालुओं को एयलिफ्ट किया गया. सलीम की इस बहादुरी की कहानी ने मीडिया में खूब सुर्खियां बटोरीं थी.