हाथ से खाना गिर जाए या गैस पर रखा दूध बाहर आ जाए, तो इसे हम सामान्य बात समझकर नजरअंदाज ही कर देते हैं। वास्तु एवं ज्योतिषशास्त्र में खाद्य पदार्थों के गिरने को शुभ-अशुभ संकेत से जोड़कर देखा जाता है। साधारण से दिखने वाले ये संकेत हमें आने वाली परेशानियों की जानकारी देते हैं। दूध को चंद्रमा से जोड़कर देखा गया है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, उबलते दूध का गिरना सुख-समृद्वि के क्षीण होने का संकेत भी है। यह परिवार के सदस्यों के बीच मानसिक परेशानियां बढ़ने का भी इशारा होता है। धार्मिक मान्यतानुसार, दूध या उससे बने पदार्थों के गिरने का मतलब होता है कि परिवार पर वित्तीय संकट आने वाला है।
दैनिक जीवन में नमक का महत्वपूर्ण स्थान होता है। नमक हमारे भोजन के स्वाद को बढ़ाने के साथ-साथ, पूजा-पाठ और नजरदोष को दूर करने के भी काम आता है। बुल्गारिया, यूक्रेन और रोमानिया जैसे देशों में इसे दुर्भाग्य और विवाद का सूचक समझा जाता है। भारतीय ज्योतिष शास्त्र कहता है कि यदि हाथ से नमक गिरे, तो शुक्र और चंद्रमा केकमजोर होने का संकेत है। यदि आपसे काली मिर्च बिखर जाए, तो किसी निकट संबंधी से आपके संबंध खराब हो सकते हैं।
गेहूं, चावल या अन्य खाद्य पदार्थ का बिखरना या गिरना देवी अन्नपूर्णा व देवी लक्ष्मी के रुष्ट होने का सूचक है। अगर अनजाने में अनाज गिर जाएं, तो इन्हें उठाकर माथे से लगाकर जाने-अनजाने की गई गलती की क्षमा मांग लेनी चाहिए।
खाने के तेल का गिरना भी शुभ नहीं माना जाता। यह इस बात का संकेत है कि परिवार पर कोई बहुत बड़ा कर्ज आने वाला है। यह घर में दरिद्रता का भी संकेत होता है। पूजा करते समय यदि पूजा की सामग्री या आरती की थाली नीचे गिर जाए, तो माना जाता है कि पूजा स्वीकार नहीं हुई है। यह आने वाले समय में किसी विपत्ति के आने का भी संकेत है। पूजा के दौरान दीये का बुझना भी अशुभ माना जाता है। ऐसे में भगवान से प्रार्थना करें कि वो आपके साथ सब कुछ अच्छा करें।