सुप्रीम कोर्ट के 4 जजों की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा को घेरे जाने के बाद अब सुलह की कोशिशें तेज होती दिख रही हैं। शनिवार सुबह पीएम नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्र चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया दीपक मिश्रा मुलाकात करने के लिए पहुंचे हैं। वहीं, अपने घर से निकलते हुए अटर्नी जनरल के.के. वेणुगोपाल ने कहा कि उम्मीद है कि पूरा मामला सही ढंग से निपट जाएगा। इससे संकेत मिलता है कि सरकार इस विवाद को निपटाने में सक्रिय भूमिका अदा कर रही है।
शुक्रवार को भी अटर्नी जनरल और सीजेआई ने पूरे विवाद पर मीटिंग कर चर्चा की थी। देश के इतिहास में यह पहला मौका था, जब सुप्रीम कोर्ट के जजों ने आंतरिक विवाद को मीडिया के सामने का फैसला लिया। इस बीच पूरे विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट की बार असोसिएशन ने भी शनिवार को शाम को 5 बजे मीटिंग बुलाई है। इस बैठक के बाद असोसिएशन की ओर से 4 जजों के बयान के चलते पैदा हुए हालात के बारे में बात करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की जाएगी।
जजों की ओर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीजेआई पर आरोप लगाने को लेकर बार असोसिएशन के प्रेजिडेंट विकास सिंह ने कहा, ‘यदि वह मीडिया से बात करने के लिए आए ही थे तो उन्हें कुछ ठोस बातें कहनी चाहिए थीं। सिर्फ लोगों के दिमाग में संदेह पैदा करना न्यायपालिका के हित में नहीं है।’