इंडोनेशिया की राजधानी जर्काता में चल रहे आसियान इंडिया नेटवर्क के कार्यक्रम में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बैठक को संबोधित किया। ‘थिंक टैंक’ की थीम से आयोजित बैठक में सुषमा ने कहा कि उम्मीद की जाती है कि विचार विर्मश के इस प्लेटफार्म से समुद्री, वाणिज्यिक, शैक्षिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में मजबूती आएगी।
उन्होंने आगे कहा कि ये बहुत सम्मानजनक मौका होगा कि 10 आसियान लीडर्स भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में बतौर चीफ गेस्ट शरीक होंगे। नेताओं की मौजूदगी भारत और आसियान के रिश्तों में बड़ी मजबूती का काम करेगा।
इसस पहले भारत और इंडोनेशिया ने शुक्रवार को एक साथ पाकिस्तान की आतंक की नीति पर निशाना साधा। दोनों समुद्री पड़ोसी देशों ने विश्व के सभी देशों का आह्वान करते हुए कहा कि वे आतंकियों को राज्य संरक्षण देना बंद करें और आतंकियों को अपने क्षेत्र का उपयोग न करने दें।
तीन देशों की यात्रा के अपने दूसरे चरण में स्वराज शुक्रवार को थाईलैंड से इंडोनेशिया पहुंची। इस दौरान स्वराज ने इंडोनेशिया के विदेश मंत्री से मुलाकात की। स्वराज ने भारत और इंडोनेशिया को शांति और संपन्नता में प्राकृतिक सहयोगी बताया। स्वराज ने कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में हम दो बड़े देश हैं। यह क्षेत्र विश्व में सबसे गतिशील क्षेत्रों में से एक है। उन्होंने कहा कि हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र की क्षमता का दोहन करने और क्षेत्र की चुनौतियों का सामना करने के लिए सहकर्मी संबंध विकसित करने के लिए सहमत हुए हैं।
उन्होंने भारत-इंडोनेशिया संयुक्त आयोग की पांचवीं बैठक में अपने समकक्ष रेत्नो मर्सुदी से चर्चा करने के बाद ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि यह बैठक गर्मजोशी के साथ और मित्रतापूर्ण माहौल में हुआ।