अभिनेता शाहरुख की अगली फिल्म ‘ज़ीरो’ का टीजर आने के बाद उनके चाहने वाले जहां खुशी से फूले नहीं समा रहे, वहीं कोई ऐसा भी है जो उनसे बेहद नाखुश है। शाहरुख से नाराज होनेवाले यह शख्स हैं, टीवी और भोजपुरी फिल्मों के चर्चित कलाकार के.के. गोस्वामी। शक्तिमान, सीआईडी, भाबी जी घर पर हैं, त्रिदेवियां जैसे तमाम सीरियलों में नजर आ चुके छोटे कद के अभिनेता के.के. गोस्वामी ने फिल्म जीरो में शाहरुख द्वारा बौने का किरदार निभाने पर कड़ा ऐतराज जाहिर किया है। उनका कहना है कि शाहरुख और निर्देशक आनंद एल. राय को इस फिल्म के लिए किसी बौने कलाकार को ही चुनना चाहिए था। शाहरुख ने बौना बनकर उनके जैसे कम लंबाई वाले कलाकारों का मजाक उड़ाया है। नवभारत टाइम्स से हुई एक खास बातचीत में के.के. गोस्वामी ने कहा, ‘शाहरुख खान साहब की सोच बहुत अच्छी है कि उन्होंने हम जैसे छोटे कद वाले लोगों पर फिल्म बनाई है, लेकिन क्या उनको छोटे कद वाले हीरो मिले नहीं कि वह खुद बौने बनकर यह फिल्म कर रहे हैं। उनको क्या कमी पड़ गई थी? क्या उनको बौने कलाकारों पर विश्वास नहीं है? उन्हें पहले हम जैसे कलाकारों का ऑडिशन लेना चाहिए था। अगर हम फिट नहीं होते तो कहते कि हमें कोई ऐसा ऐक्टर नहीं मिला, इसलिए मैं बौना बना। खुद बौना बनकर तो उन्होंने हमारा माखौल बनाया है।’
फिल्म का टीज़र रिलीज़ होते ही कई लोगों ने ट्विटर पर शाहरुख का मजाक उड़ाना शुरु कर दिया। टि्वटर पर बीइंग ह्यूमर नाम के यूजर ने लिखा, ‘शाहरुख के कितने बुरे दिन आ गए हैं कि अब उन्हें राजपाल यादव की फिल्म छीननी पड़ी है।’ वहीं अक्षय जैन लिखते हैं, ‘अगर बौना ही दिखना था तो इसमें शाहरुख के बजाए आमिर खान को ले लेते ताकि इतना इफेक्ट डालने की कोशिश तो नहीं करनी पड़ती।’
यूजर प्रणव दंगी अपने ट्वीट में लिखते हैं, ‘पद्मावती के फैसले के बाद, शाहरुख ने अपनी फिल्म का नाम जानबूझ कर ज़ीरो कर दिया है ताकि सेंसर बोर्ड टाइटल के साथ किसी भी तरह का जोड़-घटाव नहीं कर पाएंगे।” वहीं श्रीधर वी लिखते हैं, फिल्म के टाइटल से करणी सेना जरूर नाराज हो गई होगी क्योंकि फिल्म का नाम उनके कलेक्टिव आईक्यू लेवल पर कर दिया है।’ अदिति लिखती हैं, ‘फिल्म का नाम इसकी स्टारकास्ट कटरीना कैफ के एक्सप्रेशन से प्रेरित है, ज़ीरो..!!!’ रोफल गांधी लिखते हैं, ‘सलमान भाई ने जानबूझ कर यह फिल्म रिजेक्ट कर दी क्योंकि उनके फैन्स की आईक्यू लेवल से फिल्म का टाइटल मेल नहीं खाता है।’