रियो ओलंपिक-2016 से ठीक पहले सामने आए देश के सबसे बड़े खेल विवाद पर पहलवान नरसिंह यादव ने प्रधानमंत्री मोदी से इंसाफ मांगा है।
नरसिंह ने ट्वीट करते हुए मामले में जल्द सीबीआई रिपोर्ट खोलने की अपील की है। गौरतलब है कि नरसिंह यादव और सुशील की भागीदारी पर विवाद हुआ और उसके बाद सोनीपत में नरसिंह के डोपिंग में फंसने का मामला सामने आया था। मामले के डेढ़ साल बाद भी सीबीआई ने रिपोर्ट नहीं खोली है।
नरसिंह ने किए लगातार चार ट्वीट
नरसिंह यादव ने रविवार सुबह पहले ट्वीट में लिखा, ‘पीएम नरेंद्र मोदी और खेलमंत्री राज्यवर्धन राठौड़, प्लीज सीबीआई की रिपोर्ट जल्दी ओपन करा दें, ताकि मैं कॉमनवेल्थ गेम्स खेल सकूं।’ दूसरे ट्वीट में नरसिंह ने लिखा ‘मैं बिना कुछ किए बहुत कुछ झेल चुका हूं, अब मैं गेम्स के लिए ट्रायल देना चाहता हूं, जो 20-25 दिन बाद है। प्लीज सर हेल्प मी…।’ तीसरे ट्वीट में लिखा ‘मुझे उम्मीद है कि मैं अपने देश के लिए गोल्ड मेडल जरूर जीतूंगा। मैं थक गया हूं चक्कर लगाते-लगाते और दोषी लोग अब भी घूम रहे हैं।’ वहीं चौथे ट्वीट में लिखा ‘मुझे उम्मीद है कि ट्रायल से पहले रिपोर्ट आ जाएगी और दोषियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।’
मैं नहीं खेल सका तो जांच का फायदा नहीं
गलती नहीं की है, इसलिए मैं जल्द से जल्द सीबीआई की रिपोर्ट पेश करने की मांग कर रहा हूं। डेढ़ साल का समय निकल गया है और आने वाले समय में बड़े खेल आयोजन होने हैं। अगर इनमें मैं नहीं खेल सका तो सीबीआई जांच का कोई फायदा नहीं है। इसलिए प्रधानमंत्री और खेलमंत्री के नाम ट्वीट किए हैं। उनसे मिलने का समय भी मांगा है, ताकि जल्द से जल्द सीबीआई रिपोर्ट पेश हो सके। – नरसिंह यादव, अंतरराष्ट्रीय पहलवान
ये था मामला
यादव ने 74 किग्रा भारवर्ग में रियो ओलंपिक का टिकट हासिल किया था। वहीं दो बार ओलंपिक मेडलिस्ट रहे सुशील कुमार ने भी 74 किग्रा भारवर्ग में नरसिंह की जगह उन्हें ओलंपिक भेजने की पेशकश की थी। मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा और नरसिंह को ओलंपिक भेजने के आदेश हुए। इसी बीच 2 जून को लिए नरसिंह यादव के डोप सैंपल की रिपोर्ट 25 जून आई और नरसिंह डोप टेस्ट में फेल हो गए।
4 जुलाई को दूसरा सैंपल भी फेल हो गया। उस समय नरसिंह यादव सोनीपत स्थित साई सेंटर में कैंप में अभ्यास कर रहे थे। नरसिंह ने सेंटर के अंदर खाने में कुछ मिलाए जाने का आरोप लगाते हुए राई थाने में साजिश रचने का मुकदमा दर्ज कराया। 18 अगस्त को कोर्ट ऑफ आरबिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स ने नरसिंह पर चार साल का बैन लगा दिया। उसके बाद पीएमओ ने मामले में सीबीआई को जांच सौंपी।