Child Murder case शनिवार की सुबह बच्चे के लापता होने की जानकारी मिली थी. डीसीपी ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला कि लापता बच्चा डेढ़ वर्ष का था. बाद में उस बच्चे की लाश एक नाले से बरामद की गई.
दिल्ली में कत्ल का एक खौफनाक मामला सामने आया है, जहां आपसी विवाद के बाद एक आठ साल के बच्चे ने एक शिशु की हत्या कर दी. उस मासूम की खता केवल इतनी थी कि उसकी बड़ी बहन ने कुछ दिन पहले आरोपी बच्चे को धक्का दे दिया था. बस इसी बात का बदला लेने के लिए आरोपी बच्चे ने लड़की के छोटे भाई को जोर से धक्का दे दिया और उसके सिर में गंभीर चोट आने से उसकी मौत हो गई.
दिल दहला देने वाली ये घटना दक्षिण दिल्ली के फतेहपुर बेरी इलाके की है. पुलिस के मुताबिक कुछ दिन पहले बच्चों में खेलते वक्त मामूली विवाद हुआ था. जिसमें एक लड़की ने 8 साल के बच्चे को धक्का दे दिया था. बस इसी घटना के बाद से ही आरोपी बच्चा बहुत नाराज था. जिसके चलते उसने मौका मिलते ही अपना गुस्सा उस लड़की के डेढ़ वर्षीय छोटे भाई पर निकाल दिया. उसने शिशु को जोर से धक्का दिया. उसका सिर जमीन में लगा और उसकी मौत हो गई.
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) विजय कुमार के अनुसार पुलिस को शनिवार की सुबह बच्चे के लापता होने की जानकारी मिली थी. डीसीपी ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला कि लापता बच्चा डेढ़ वर्ष का था. शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात को वह मांडी गांव स्थित अपने घर की छत पर अपनी मां और बहन के साथ सो रहा था, जहां से वह करीब रात एक बजे से सुबह चार बजे के बीच गायब हुआ.
डीसीपी के मुताबिक इस बीच पास के घर में किराए पर रहने वाले एक और लड़के के लापता होने की जानकारी मिली. बाद में शिशु का शव उसके घर के पास एक नाले से बरामद हुआ. पुलिस ने बताया कि उसकी दाहिनी आंख, पेट और पैर पर चोट के निशान थे. उसके कान से खून निकल रहा था.
पुलिस ने पंचनामे के बाद बच्चे के शव को एम्स की मोर्चरी में भिजवा दिया. डीसीपी विजय कुमार ने बताया कि फतेहपुर बेरी पुलिस थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. डीसीपी ने बताया कि आरोपी बच्चे को शनिवार की सुबह हिरासत में ले लिया गया था. अब, पुलिस उसे किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश करेगी.
गौरतलब है कि कुछ सप्ताह पहले दिल्ली से सटे गुरुग्राम में भी एक 12 साल के बच्चे ने अपने 6 वर्षीय साथी बच्चे का मर्डर कर दिया था और उसकी लाश के टुकड़े टुकड़े कर दिए थे. इस तरह के मामले छोटे बच्चों में बढ़ रही विकृति को दर्शा रहे हैं. जिनके बारे में अभिभावकों को सर्तक होने की ज़रूरत है.