आंध्र प्रदेश से एक शर्मसार कर देने वाली खबर सामने आई है। यहां ओंगोले शहर में छह लोगों द्वारा एक 16 वर्षीय लड़की को बंधकर बनाकर 5 दिनों कर दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। सभी छह आरोपितों को प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है। इस मामले पर आंध्र प्रदेश की गृहमंत्री एम सुचरिता ने कड़ी कार्रवाई का वादा किया है क्योंकि इस घटना ने राज्य में महिलाओं की सुरक्षा पर चिंता बढ़ा दी है।
पुलिस ने रविवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि तीन नाबालिग भी इस दुष्कर्म के मामले में शामिल हैं। छह आरोपितों में इंजीनियरिंग के चार छात्र शामिल हैं। घटना तब सामने आई जब 16 साल की पीड़िता आरोपियों के चंगुल से भागने में कामयाब रही।
गुंटूर जिले की रहने वाली यह लड़की 16 जून को ओंगोल शहर में अपने एक दोस्त से मिलने यहां आई थी, जिससे उसकी गुंटूर में दोस्ती हुई थी। जब वह बस स्टेशन पर अपने दोस्त के बारे में पूछताछ कर रही थी, तभी मोबाइल स्टोर पर काम करने वाले एक युवक ने उसकी मदद करने की बात कही। वह उसे शहर में एक कमरे में ले गया जहां उसने लड़की के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने बताया कि लड़की भागने में कामयाब रही और शनिवार शाम बस स्टेशन पहुंची जब एक ऑन-ड्यूटी होमृगार्ड और एक सहायक उप-निरीक्षक ने उसे देखा और बचाया। लड़की की शिकायत के आधार पर पुलिस आरोपितों की तलाश में जुट गई और उन्हें विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार किया।
फिलहाल पीड़ित लड़की को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया और उसकी हालत स्थिर बताई गई। इस घटना की निंदा करते हुए, आंध्र प्रदेश के पुलिस महानिदेशक गौतम सवांग ने कहा कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा और उनके खिलाफ अपराध को रोका जाएगा। ऐसे अपराधियों से सख्ती से निपटा जाएगा। सवांग ने प्रकाशम जिले के पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिया कि इस मामले की पूरी तरह से जांच की जाए ताकि उन्हें दोषी ठहराया जा सके। आरोपितों के खिलाफ POCSO एक्ट और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। गृहमंत्री एम सुचरिता ने कहा, ‘यह एक जघन्य अपराध है और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए हम कठोर कदम उठाएंगे।