इस दुर्लभ छिपकली का नाम ‘गीको’ है। ये छिपकली ‘टॉक-के’ जैसी शब्द की आवाज़ निकालती है, इसलिए इसे टॉके भी कहा जाता है।
चीन में भी चाइनीज ट्रेडिशनल मेडिसिन में भी इसका उपयोग किया जाता है। इस वजह से इंटरनेशनल ब्लैक मार्केट में इस छिपकली की कीमत 40 लाख रुपए तक है।
यह छिपकली दक्षिण-पूर्व एशिया, बिहार, इंडोनेशिया, बांग्लादेश, पूर्वोत्तर भारत, फिलीपींस तथा नेपाल में पाई जाती है। जंगलों की निरंतर कटाई होने की वजह से गीको नामक यह छिपकली अब ख़त्म होती जा रही है।