सिखों के पवित्र तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब के कपाट चार सिंतबर को सुबह 10 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे। जिला प्रशासन एवं गुरूद्वारा प्रबंधन समिति ने यात्रा के लिए सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली है। सिखों के 10वें गुरु गोविंद सिंह की तपस्थली हेमकुंड साहिब के कपाट हर वर्ष मई महीने के दौरान खुलते थे, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते एहतियातन चार सितबर से हेमकुंड साहिब के कपाट खोलने का फैसला लिया गया। गौरतलब है कि चमोली जिले में स्थित हेमकुंड साहिब सिखों का प्रसिद्ध तीर्थ स्थान है।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया हेमकुंड साहिब गुरूद्वारा प्रबंधन समिति से विचार विमर्श के बाद हेमकुंड की यात्रा चार सितंबर से खोलने का निर्णय लिया गया है। हेमकुंड साहिब की यात्रा पर उत्तराखंड के बाहर से आने वाले सभी श्रद्धालुओं को 72 घंटे पहले कोविड का पीसीआर टेस्ट कराना जरूरी होगा। इसके अलावा उत्तराखंड सरकार की वेबसाइट से ई-पास लेकर ही यात्रा की इजाजत दी जाएगी। यात्रा के दौरान गुरूद्वारों में शारीरिक दूरी, मास्क पहनना एवं कोविड के सभी नियमों का पालन करना भी अनिवार्य रहेगा। तीर्थयात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग भी कराई जाएगी।
हेमकुंड साहिब की सुरक्षित एवं सुगम यात्रा के लिए जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने लोनिवि, विद्युत एवं जल संस्थान को यात्रामार्ग पर जरूरी व्यवस्थाओं को सुचारू रखने के निर्देश कर दिए है। स्वास्थ्य विभाग को चिकित्सकों की तैनाती एवं दवाइयों का स्टाक रखने, जिला पंचायत को यात्रा मार्ग में नियमित सफाई के लिए कार्मिकों की तैनाती तथा गुरूद्वारा प्रबंधन समिति को गोविंद घाट, घांघरिया आदि स्थानों पर आवासीय व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है।
हेमकुंड मैनेजमेंट ट्रस्ट के उपाध्यक्ष नरेंद्र जीत सिंह बिद्रा ने बताया कि हेमकुंड साहिब के कपाट चार सिंतबर को सुबह 10 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएगें। कोविड के दृष्टिगत चारधाम यात्रा की तर्ज पर हेमकुड यात्रा में भी शारीरिक दूरी के साथ कोविड के सभी नियमों का पालन करना आवश्यक होगा।