हाल ही में बीसीसीआई ने दलीप ट्रॉफी के लिए तीन टीमों, दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ चार दिवसीय मैचों के लिए इंडिया ए, ऑस्ट्रेलिया ए और दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ दो टीमों का चयन है. इन सभी टीमों में कई खिलाड़ियों को मौका दिया गया है, लेकिन किसी भी टीम में बंगाल के बल्लेबाज मनोज तिवारी का नाम शामिल नहीं हैं. आगामी तीन मुकाबलों के लिए छह टीमों का ऐलान किया गया है, लेकिन इनमें से किसी भी टीम में मनोज तिवारी को जगह नहीं दी गई है. किसी भी टीम में जगह नहीं मिल पाने की वजह से मनोज तिवारी काफी निराश हैं और उन्होंने सोशल मीडिया अपना गुस्सा जाहिर किया है. 
ईएसपीएन क्रिकइंफो से बात करते हुए मनोज तिवारी ने कहा, ‘मुझे उम्मीद थी कि इंडिया ए टीम में मुझे चुना जाएगा. जब कोई बेहतरीन परफॉर्म करता है तो उसे इसका ईनाम मिलना चाहिए और पिछले सीजन में मैंने 50 ओवर के टूर्नामेंट में शानदार खेल दिखाया है. मैंने वो रिकॉर्ड बनाया है जो भारतीय क्रिकेट के इतिहास में कोई नहीं बना पाया है.’
बता दें कि 2017-18 के डोमेस्टिक सीजन में मनोज तिवारी ने ने 126.70 की औसत से 507 रन बनाए हैं, जो लिस्ट ए में अबतक का सबसे बेहतरीन परफॉर्मेंस है. विजय हजारे ट्रॉफी और देवधर ट्रॉफी में भी मनोज तिवारी का औसत 100 से ज्यादा का रहा है. आजतक किसी बल्लेबाज ने एक सीजन में इस मुकाम को नहीं छुआ है.
तिवारी ने दिया धोनी का उदाहरण
जब तिवारी से पूछा गया कि शायद युवा क्रिकेटरों पर फोकस करने के लिए उन्हें टीम में जगह दी गई है. इस पर तिवारी ने धोनी का उदाहरण देते हुए कहा कि सलेक्टर्स की तरफ से कोई भी संवाद नहीं होने के कारण उनका भविष्य अधर में लटका हुआ है. तिवारी ने कहा, पूरी दुनिया जानती है कि उम्र सिर्फ एक संख्या है. 32 की उम्र में क्रिकेट से दरकिनार कर देने का कोई तुक समझ में नहीं आता. सभी ने महेंद्र सिंह धोनी के उस तर्क के बारे में सुना होगा जो उन्होंने आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाड़ियों की उम्र पर उठे सवाल पर दिया था.
मनोज तिवारी ने कहा कि, उन्हें समझ नहीं आता कि उन्हें अब और क्या करना होगा. उन्होंने कहा, मैं गौतम गंभीर के साथ सबसे ज्याद एफबीबी अवॉर्ड्स जीते हैं. मैं अपनी टीम में टॉप परफॉर्मेर में से भी एक रहा हूं. इसलिए मुझे समझ नहीं आ रहा कि सलेक्शन के लिए क्या पैमाना अपनाया जा रहा है. इसलिए मैं खुद को नहीं चुनै जाने का कारण सलेक्टर्स से सुनना चाहता हूं. मनोज तिवारी ने टि्वटर पर कुछ ट्वीट करके अपनी नाराजगी जाहिर की है.
मनोज तिवारी ने भारत के लिए 12 वन-डे मैच खेले हैं. तिवारी ने 26.09 की औसत से 287 रन बनाए है, जिनमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल है. तिवारी ने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ चेन्नई में 126 गेंदों में नाबाद 104 रनों की पारी खेली थी. इसके अलावा तिवारी ने 3 टी-20 मैचों की एक पारी में 15.00 की औसत से 15 रन बनाए हैं.
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