कॉलेजों में प्रवेश लेने के लिए हमें न जाने क्या क्या करना पड़ता है। बड़ी मुश्किलो के बाद कही जा कर हमारा प्रवेश सुनिश्चित हो पाता है। और उस क्लास में भी कई स्टूडेंट रहते है। लेकिन हम आज आपको एक ऎसे कॉलेज के बारे में बताने जा रहे है जिसमे केवल तीन ही स्टूडेंट्स है और एक ही टीचर है। यह कॉलेज तक़रीबन 155 साल पुराना है।
यह कॉलेज दक्षिण भारत के विजयनगरम में स्थित है। कहा जाता है की इस कॉलेज की स्थापना वर्ष 1860 में विजयनगरम के महराजा ने की थी। इस कॉलेज में संस्कृत को अधिक महानता दी जाती है । जिस कारण आये दिन यहाँ पर स्टूडेंट काम होते जा रहे है । सन 1950 में भारत सरकार ने इस कॉलेज को अपने अंदर ले लिया था।
कुछ साल पहले ही इस कॉलेज से संस्कृत हाई स्कूल को अलग कर दिया गया । संस्कृत स्कूल में 371 स्टूडेंट है ,और 13 टीचर्स है। संस्कृत स्कूल में सबसे ज्यादा एडिशनल तेलुगु, संस्कृत, इंग्लिश भाषाओं के साथ स्कूल चलाया जाता है।