भारत आने वाले क्षणों में गणतंत्र दिवस के 72 साल को मनाने जा रहा है। हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। इसे पहली बार 26 जनवरी, साल 1950 को मनाया गया था। इस बार का गणतंत्र दिवस खास होने वाला है। पहली बार बांग्लादेश के सशस्त्र बलों की टुकड़ी दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेगी। बताया जा रहा है कि 26 जनवरी को राजपथ पर परेड की शुरुआत बांग्लादेश की तीनों सेनाओं के संयुक्त दस्ते और उनके मिलिट्री बैंड की सलामी से शुरू होगी। इसमें सात अधिकारियों समेत 122 सैनिक होंगे।
बांग्लादेशी सेना दल नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड की पहली दस पंक्तियों का नेतृत्व करेंगी। इस टुकड़ी का नेतृत्व बांग्लादेश सेना करेगी, जो पहली छह पंक्तियों में होगी, अगली दो पंक्तियों का नेतृत्व बांग्लादेश की नौसेना करेगी और अंतिम दो पंक्तियों में बांग्लादेश वायु सेना शामिल होगी।
बांग्लादेश की सैन्य टुकड़ी का नेतृत्व कर रहे कर्नल मोहतशिम चौधरी ने इस बात की जानकारी समाचार एजेंसी एएनआइ को दी और कहा कि वे सभी कोरोना महामारी को लेकर लागू दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे। वहीं, उन्होंने कहा कि उनके देश के लिए गौरव की बात है कि भारत के गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने का मौका मिला है। भारत के साथ यह जुड़ाव इसीलिए भी विशेष है कि बांग्लादेश की सेना अपने स्वतंत्रता संग्राम में भारतीय सेनाओं की अविस्मरणीय भूमिका के लिए हमेशा शुक्रगुजार है।
कर्नल मोहतशिम चौधरी ने यह भी कहा कि हमारे लिए परेड में आना इसलिए भी विशेष है, क्योंकि 2021 में बांग्लादेश आजादी की 50वीं वर्षगांठ और अपने संस्थापक शेख मुजीबुर्रहमान की जन्म शताब्दी मना रहा है। बांग्लादेश से पहले मित्र देश फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात की सेनाएं गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा ले चुकी हैं। वहीं, बता दें कि दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के पचास साल पूरे हो गए हैं।
बांग्लादेश सशस्त्र बल की टुकड़ी में बांग्लादेश सेना के सैनिक, बांग्लादेशी नौसेना के नाविक और बांग्लादेश वायु सेना के वायु योद्धा शामिल हैं।