बीजिंगः राष्ट्रपति के लिए तय दो कार्यकाल की समयसीमा खत्म करने के लिए रविवार को चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी में प्रस्ताव पेश किया गया. अगर इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाती है तो चिनफिंग 2022 के बाद भी राष्ट्रपति बने रह सकते हैं. चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी ‘शिन्हुआ’ ने रविवार को खबर दी कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) की केंद्रीय समिति ने इस उपबंध को हटाने का प्रस्ताव रखा है कि राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को दो से ज्यादा कार्यकाल नहीं मिलेगा. कार्यकाल की सीमा हटाने के प्रस्ताव पर सोमवार को होने वाले पार्टी के पूर्ण अधिवेशन में मुहर लग सकती है. इससे आधुनिक चीन के सबसे शक्तिशाली शासक समझे जाने वाले 64 वर्षीय शी को असीमित कार्यकाल मिल जाने की संभावना है.
राष्ट्रपति शी ने पिछले साल सीपीसी की राष्ट्रीय कांग्रेस के बाद पांच साल के अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत की थी. वह सीपीसी और सेना के भी प्रमुख हैं. पिछले साल सात सदस्यीय जो नेतृत्व सामने आया था उसमें कोई भी भावी उत्तराधिकारी नहीं है. ऐसे में इस संभावना को बल मिलता है कि शी का अपने दूसरे कार्यकाल के बाद भी शासन करने का इरादा है. तब से पार्टी की सभी इकाइयों ने उन्हें पार्टी का शीर्ष नेता घोषित कर रखा है और पार्टी के सामूहिक नेतृत्व के सिद्धांत को दरकिनार कर रखा है जो पिछले तीन दशक से चलता आ रहा था.
शी 2013 में पार्टी के प्रमुख और राष्ट्रपति निर्वाचित हुए थे. बाद में उन्होंने सेना के प्रमुख की कमान भी संभाल ली थी. पांच साल में एक बार होने वाली सीपीसी की कांग्रेस पिछले साल शी की विचारधारा को संविधान में जगह देने पर राजी हो गई थी. यह सम्मान आधुनिक चीन के संस्थापक माओत्से तुंग और उनके उत्तराधिकारी डेंग शियोपिंग के लिए ही आरक्षित था. वैसे शी के पूर्ववर्ती जियांग जेमिन और हू जिंताओ के विचार का पार्टी संविधान में उल्लेख है लेकिन उनके नामों का जिक्र नहीं है. वर्तमान में शी या उनके चिंतन को चुनौती देने की किसी भी कोशिश को पार्टी के खिलाफ जाना माना जाएगा.
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