कर्तव्यपथ देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है। ऐसे में जल्द आपको यहां आइसक्रीम, आइस कैंडी और पानी बेचने वाले लगभग 120 स्ट्रीट वेंडर्स (रेहड़ी-पटरी वाले) सामान बेचते नजर आएंगे। नई दिल्ली नगर परिषद (एनडीएमसी) ने सेंट्रल विस्टा एवेन्यू और उसके आसपास के क्षेत्रों में वेंडर्स को अनुमति देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। एनडीएमसी के इस कदम से स्ट्रीट वेंडर्स 20 महीने बाद इंडिया गेट में वापसी करेंगे। इन्हें पुनर्विकास कार्य के चलते हटा दिया गया था।
एनडीएमसी उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा कि हालांकि, विक्रेताओं को विशेष रूप से निर्धारित वेंडिंग जोन तक ही सीमित रखा जाएगा। साथ ही कूड़े और सफाई के मामले में सख्त नियमों का पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के साथ हुई समन्वय बैठक के बाद एनडीएमसी को रेहड़ी-पटरी वालों को जगह आवंटित करने की प्रक्रिया शुरू करने की जानकारी मिली है।
उपाध्याय ने कहा, ‘हमें औपचारिक सूचना मिल गई है और अब स्थान आवंटन प्रक्रिया शुरू के छह वेंडिंग जोन में शुरू होगी। लाइसेंसिंग विभाग पुराने लाइसेंस धारकों के दस्तावेजों की जांच करेगा। शुरुआत में हर जोन में 15 आइसक्रीम ट्रॉली और 5 पानी बेचने वाले विक्रेताओं को अनुमति दी जाएगी। प्रवर्तन विभाग भी इस प्रक्रिया में शामिल होगा।’ उपाध्याय ने कहा कि इंडिया गेट से लेकर रायसीना हिल तक 90 आइसक्रीम और 30 पानी विक्रेता काम करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘क्षेत्र में किसी भी तरह की गंदगी नहीं फैलने देने के लिए स्वच्छता विभाग को सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। कर्तव्य पथ को बहुत प्रयासों से पुनर्विकसित किया गया है और इसे प्राचीन अवस्था में रखना हमारा सामूहिक कर्तव्य है।’ सीपीडब्ल्यूडी का कहना है कि सेंट्रल विस्टा में सात वेंडिंग जोन के लिए जगह है, जिसमें सी-हेक्सागन में इंडिया गेट के पास दो शामिल हैं। सात वेंडिंग जोन में से पांच में प्रत्येक विक्रेताओं के लिए 40 स्थान है, जबकि इंडिया गेट पर 16 दुकानों के साथ दो सुविधा ब्लॉक भी होंगे।