कोरोना वायरस की अधिकांश भारतीय वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) का अंतिम ट्रायल अगले दो महीनों में पूरा हो जाएगा, जो काफी सस्ती होगी। केंद्रिय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया कि कोविड-19 की स्वदेशी वैक्सीन का ट्रायल अगले एक से दो महीने में पूरा होने की उम्मीद है। एक वेब कॉन्फ्रेंस के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने यह बात कही।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और भारत बायोटेक ने इस महीने कोवैक्सिन (COVAXIN) के तीसरे चरण का परीक्षण शुरू कर दिया है, जिसमें 26,000 लोग हिस्सा ले रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह सबसे उन्नत भारतीय प्रायोगिक टीका है। हर्षवर्धन ने कहा, ‘हम अपने स्वदेशी टीके को विकसित करने की प्रक्रिया के अंतिम चरण में हैं। हम अगले एक-दो महीनों में तीसरे चरण के परीक्षण को पूरा करने की प्रक्रिया में है।’ हर्षवर्धन ने यह भी दोहराया कि सरकार की योजना जुलाई तक 20 से 25 करोड़ भारतीयों का टीकाकरण करने की है।
ऐसा बताया जा रहा है कि कोरोना वैक्सीन के स्वदेशी टीके की कीमत 100 रुपये के लगभग हो सकती है। हालांकि, अभी तक इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। ऐसा माना जा रहा है कि मार्च-अप्रैल तक कोरोना का स्वदेशी टीका भारत में उपलब्ध हो जाएगा।
कोरोना वॉरियर्स को दी जाएगी सबसे पहले वैक्सीन
हाल ही में स्वास्थ्य मंत्री ने बताया था कि वैक्सीन के क्षेत्र में हम तेजी से काम कर रहे हैं। भारत वैक्सीन को बनाने में विश्व के किसी भी देश से पीछे नहीं हैं। अगले साल 2021 की शुरुआत में भारत में वैक्सीन लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएगी। साथ ही उन्होंने बताया कि कोरोना वैक्सीन जब बनकर तैयार हो जाएगी, तो सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों और बुजुर्गों (65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों) को प्राथमिकता दी जाएगी। फिर 50-65 साल की आयु वाले लोगों को वैक्सीन दी जाएगी।