नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के तनावपूर्ण हालात पर पीएम नरेंद्र मोदी की बुलाई उच्चस्तरीय बैठक खत्म हो गई है। पीएम आवास पर बैठक करीब 2 घंटे चली। सूत्रों के मुताबिक बैठक में पाकिस्तान के बयानों पर आपत्ति जताई गई साथ ही अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा के मुद्दे पर भी चर्चा हुई।
बैठक के बाद पीएमओ में मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि पीएम ने कश्मीर में सभी से शांति बनाए रखने की अपील की ताकि लोगों की किसी तरह की परेशानी ना हो। साथ ही कहा कि केंद्र सरकार इस मामले में राज्य सरकार को हर तरह की मदद देने को तैयार है। मोदी ने अमरनाथ यात्रियों के सुरक्षा इंतजाम पर भी संतोष जताया।
मोदी को घटनाक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई
जम्मू कश्मीर के हालात पर कल रात एक महत्वपूर्ण बैठक में पर्रिकर, जेटली और डोवाल ने शिरकत की थी। डोवाल प्रधानमंत्री के साथ दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर गए थे, पर उनसे एक दिन पहले ही वापस लौट आए। मंत्रियों को केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों ने घाटी में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि तमाम बलों से अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और सीमा के इर्द गिर्द सतर्कता बढ़ाने को कहा गया है ताकि हालात का फायदा उठाकर किसी तरह की ताजा घुसपैठ पर अंकुश लगाया जा सके। सूत्रों के अनुसार सुरक्षा बलों से यह भी कहा गया है कि वह प्रदर्शनकारी नागरिकों के खिलाफ विवेकपूर्ण तरीके से बल प्रयोग करें।
हुए ये फैसले
-हालात से निपटने में राज्य सरकार को पूरी छूट।
-राज्य सरकार को हालात का सामना बेहतर तरीके से करने को कहा गया। केंद्र सरकार करेगी पूरी मदद।
-बुरहान वानी को बड़ा नेता नहीं बनाये जाने की रणनीति। वो एक आतंकवादी था उसे उसी रूप में देखा जाए।
-पत्थरबाजी कर रहे युवाओं से राज्य सरकार निपटेगी।
– सुरक्षा ठिकानों और सुरक्षाबलों पर हमलो कों सख्ती से निपटा जाएगा।
वहीं कश्मीर के हालात के चलते गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अपना अमेरिका दौरा भी टाल दिया। अब राजनाथ सितंबर में अमेरिका के लिए रवाना हो सकते हैं जहां वह भारत-अमेरिका सुरक्षा संबंधों पर बातचीत करेंगे। राजनाथ को 17 जुलाई से 24 जुलाई तक अमेरिका का दौरा करना था।
बता दें कि कल भी दिल्ली में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई थी जिसमें राजनाथ के अलावा अजीत डोवाल भी मौजूद थे। डोवाल को पीएम ने अफ्रीकी दौरा खत्म होने के एक दिन पहले ही भारत भेज दिया था।