इन दिनों जंगल की आग विकराल रूप धारण कर रही है. पौड़ी, अल्मोड़ा, नैनीताल और चंपावत जिलों में दो दर्जन से अधिक स्थानों पर आग भड़कने की सूचना है. उत्तराखंड के जंगलों में गर्मी शुरू होने के बाद से अब तक घटनाओं की संख्या 720 से ज्यादा पहुंच चुकी है, जिससे करीब 1000 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है. इनमें से 168 आग की घटनाएं बड़ी हैं. जंगल में आग लगने से हर साल करीब 550 करोड़ रुपए का नुकसान देश को होता है. जबकि, जंगल की आग के प्रबंधन के लिए जारी किए गए फंड में से सिर्फ 45 से 65% राशि का उपयोग ही नहीं होता.