2 सिंतबर को आने वाली एकादशी 101 वर्षों बाद विशेष संयोग के साथ आ रही है . हम आपको बता दे कि यमराज यदि मृत्यु के देवता हैं तो शनि कर्म के दंडाधिकारी हैं, गलती जाने में हुई हो या अनजाने में, दण्ड तो भोगना ही पड़ेगा . कहते हैं जिस व्यक्ति पर शनि की ढैया या साढ़ेसाती से ग्रस्त हो या फिर कुंडली में शनि के अशुभ प्रभाव के कारण वो किसी न किसी रोग से पीड़ित रहता हैं.
सिंतबर को 101 साल बाद ऐसा योग देखने को मिल रहा हैं इस योग में आप कुछ बेहद साधारण उपय करके आप कर सकते हैं शनि भगवान को इतना प्रसन्न की आपके जीवन में सुख और समृद्धि का हमेशा हमेशा के लिए निवास हो जाएगा और साथ में सारी मुसीबतें आपके जीवन से दूर भाग जाएगी, जैसे हम आपको इस विडियो में बताएंगे सिर्फ वैसे करे और देखे क्या चमत्कार होता हैं ये जरा सा सरसों का तेल चमका देगा आपकी किस्मत, लेकिन कैसे ? जानिए नीचे दी गयी विडियो में.
जानिए क्यों खास है आज का राशिफल 1 सितंबर 2017 शुक्रवार….
सब जानते हैं कि शनि भगवान के पूजन में काले रंग और सरसो के तेल का बहुत महत्व है, क्या आप जानते हैं शनि ग्रह का भगवान शनिदेव से क्या संबंध है पहली बात तो यह जानना भी जरूरी है कि शनिग्रह और शनिदेव दो अलग-अलग है, शनिग्रह को शनिदेव नहीं कहते हैं, शनि ग्रह के अधिपति देव भगवान भैरव हैं.