आप सभी जानते ही हैं इस समय पितृ पक्ष चल रहा है। ऐसे में 17 सितंबर को पितृों को विदाई दी जाने वाली है। जी हाँ, आप सभी जानते ही होंगे सर्वपितृ अमावस्या के साथ श्राद्ध कर्म समाप्त होने वाले हैं। उसके बाद आने वाले 18 सितंबर से मलमास शुरू होने वाला है। जी हाँ, आने वाले 18 सितंबर से मलमास आरम्भ हो रहा है। आप सभी इस बात से तो वाकिफ ही होंगे कि जब भी सूर्य गुरु की राशि धनु या मीन में प्रवेश करते हैं, तो अधिमास लगता है, और यह हर तीसरे साल आता है। अब आज हम आपको बताने जा रहे हैं शुभ मुहूर्त और कब रहेगी त्रयोदशी, चतुर्दशी श्राद्ध और सर्वपितृ अमावस्या।
15 सितंबर (मंगलवार) : प्रथम (शुद्ध) आश्विन कृ ष्ण त्रयोदशी रात्रि 11 बजे तक उपरांत चतुर्दशी। त्रयोदशी श्राद्ध।
16 सितंबर (बुधवार) : प्रथम (शुद्ध) आश्विन कृष्ण चतुर्दशी सायं 7: 57 तक पश्चात अमावस्या। चतुर्दशी श्राद्ध।
17 सितंबर (गुरुवार) : प्रथम (शुद्ध) आश्विन अमावस्या सायं 4:30 तक उपरांत प्रतिपदा। सर्वपितृ अमावस्या।
18 सितंबर (शुक्रवार) : आश्विन अधिमास (मलमास) प्रतिपदा मध्याह्न 12 बजकर 51 तक उपरांत द्वितीया।
19 सितंबर (शनिवार) : आश्विन अधिमास द्वितीया प्रात: 9: 33 मिनट तक उपरांत तृतीया रात्रि 5:39 तक।
20 सितंबर (रविवार) : वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी व्रत।
21 सितंबर (सोमवार) : पुरुषोत्तम मास पंचमी।
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