अंतिम तीन चरणों के मतदान को संघ ने नाक का सवाल बना लिया है। भाजपा को हर हाल में पुराना प्रदर्शन दोहराने में मदद करने के लिए संघ ने पश्चिम बंगाल सहित पार्टी के प्रभाव वाले नौ राज्यों में 80,000 वरिष्ठ और प्रशिक्षित स्वयंसेवकों को मैदान में उतारा है। इन्हें घर-घर संपर्क करने, प्रभावशाली लोगों से वार्ता करने और क्षेत्र चिन्हित कर छोटी-छोटी बैठकें करने का निर्देश दिया गया है। इन्हें मतदाताओं को यह समझाने के लिए कहा गया है कि पीएम के तौर पर नरेंद्र मोदी को एक और मौका देना क्यों जरूरी है?