अलीगढ़: AMU में जिन्ना की तस्वीर को लेकर जारी विवाद पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा कि AMU में जिन्ना की तस्वीर वाजिब है. AIMPLB के सदस्य जफरयाब जिलानी ने कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना यूनिवर्सिटी के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं, इसलिए उनकी फोटो को नकारा नहीं जा सकता है. हालांकि, उन्होंने कहा कि यह मुद्दा अब राजनीतिक हो गया है. विवाद का इस्तेमाल राजनीतिक फायदे के चलते किया जा रहा है. उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि कर्नाटक चुनाव और आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी ने जिन्ना की तस्वीर को लेकर घमासान मचा रखा है.
80 सालों से लगी है जिन्ना की तस्वीर
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के सदस्य ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पिछले 80 सालों से मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर लगी हुई है. अब तक किसी को ऐतराज नहीं था. 80 सालों के बाद जाकर अब कुछ लोगों की नजर जिन्ना की तस्वीर पर पड़ी है. तीन तलाक कानून को लेकर उन्होंने कहा कि जो बिल राज्यसभा में पेश किया गया है, अगर वैसा ही अध्यादेश आएगा तो पर्सनल लॉ बोर्ड उसको सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज करेगा. क्योंकि, यह कानून शरीयत, औरतों के हित और सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट के खिलाफ है.