कोलकाता वनडे में हैट्रिक लेने के साथ ही चाइनामैन कुलदीप यादव सुर्खियों में हैं. कुलदीप ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इसी साल कदम रखा था. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ (25 मार्च 2017 ) धर्मशाला टेस्ट में उन्होंने डेब्यू किया. इसके साथ ही वे भारत के पहले चाइनामैन गेंदबाज बन गए, जिन्हें टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला.
कानपुर का यह 22 वर्षीय गेंदबाज भारत की ओर से टेस्ट खेलने वाला 288वां प्लेयर बना. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उस निर्णायक टेस्ट में कुलदीप ने अपने चाइनमैन का कमाल दिखाते हुए पहली पारी में मेहमान टीम को चार झटके दिए, जो कंगारुओं पर जीत में निर्णायक साबित हुए थे.
वनडे में भी डेब्यू में कुलदीप को डेब्यू करने में देर नहीं लगी. वेस्टइंडीज के खिलाफ इसी साल 23 जून को उन्होंने अपना वनडे करियर शुरू किया. वे भारत के 217वें वनडे खिलाड़ी बने. अब तक कुलदीप ने 9 वनडे में हैट्रिक सहित 16 विकेट निकाले हैं.
कुलदीप के बारे में गावस्कर ने ऐसा कहा था
कुलदीप के लिए सुनील गावस्कर ने तो यहां तक कह डाला था कि अगर मैं चयनकर्ता होता, तो बिना एक भी फर्स्ट क्लास मैच खेले ही इसे टेस्ट टीम में चुन लेता. गावस्कर ही हैं जिन्होंने बहुत कम उम्र में सचिन तेंदुलकर की प्रतिभा को भी पहचाना था. उसके बाद मास्टर ब्लास्टर ने इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखने के बाद क्या कमाल दिखाए वो किसी को बताने की जरूरत नहीं है.
सचिन का मिडिल स्टंप उखाड़ कर सुर्खियों में आए
सचिन ने कुलदीप को शाबाशी दी है-
दरअसल, टीम इंडिया के पूर्व कोच अनिल कुंबले और कप्तान विराट कोहली के बीच झगड़े की शुरुआत की वजह यही कुलदीप यादव बने थे. इसी साल फरवरी-मार्च में ऑस्ट्रेलिया के भारत दौरे पर कप्तान और कोच के बीच अनबन हुई थी. सीरीज के तीसरे टेस्ट में कुंबले चाहते थे कि कुलदीप को टीम में शामिल किया जाए, लेकिन कोहली ने तब इससे साफ इनकार कर दिया था.
यह विवाद धर्मशाला टेस्ट के दौरान हुआ था. विराट कोहली कंधे की चोट के कारण मैच का हिस्सा नहीं थे, और अजिंक्य रहाणे ने टीम की कप्तानी संभाली थी. उस मैच में कुलदीप यादव को मौका दिया गया था. जबकि कोहली इसके खिलाफ थे, वह अमित मिश्रा को खिलाना चाहते थे.
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