झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार का सोमवार को मंत्रिमंडल विस्तार हो गया. सरकार में 7 और मंत्रियों को जगह मिली है. झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) कोटे से पांच और कांग्रेस के कोटे से दो मंत्रियों ने शपथ ली.
जेवीएम से कांग्रेस में आए नेताओं को फिलहाल जगह नहीं मिल सकी है. जेएमएम-कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन सरकार ने पिछले साल 29 दिसंबर को राज्य की सत्ता संभाली थी.
पश्चिमी सिंहभूम और लोहरदगा की घटना को देखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को कैबिनेट विस्तार टाल दिया था. सियासी गलियारे में शपथग्रहण टलने की वजह कांग्रेस और जेएमएम में मंत्रीपद की संख्या को लेकर फंसे पेंच को बताया गया. हालांकि कांग्रेस से 2 मंत्री बनाए जाने के बाद इन अटकलों पर विराम लगता दिख रहा है.
झारखंड में विधायकों की संख्या के आधार पर मुख्यमंत्री सहित कुल 12 मंत्री बनाए जा सकते हैं. 29 दिसंबर के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ कांग्रेस के दो और आरजेडी के एक नेता ने मंत्री पद की शपथ ली थी. ऐसे में अभी 8 मंत्री पद और बचे हैं. मंगलवार को इसमें 7 मंत्री पद भर दिया गया.
मंगलवार को शपथ लेने वाले दो कांग्रेस विधायकों में बन्ना गुप्ता और श्री बादल शामिल हैं. जेएमएम के शपथ लेने वाले पांच विधायकों में-चंपई सोरेन, हाजी हुसैन अंसारी, जगरनाथ महतो, जोबा मांझी और मिथिलेश ठाकुर शामिल हैं. 81 सदस्यों की विधानसभा में जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी के गठबंधन ने क्रमश: 30, 16 और एक सीट पर जीत दर्ज की है.