हीराखंड एक्सप्रेस ट्रेन हादसे की 10 बड़ी बातें

hirakhand-train-accident_1485071289आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में शनिवार की रात 11.30 बजे जगदलपुर-भुवनेश्वर एक्सप्रेस के 9 डिब्बे पटरी से उतर गए। अधिकारियों के मुताबिक इस हादसे में अब तक 36 लोगों की मौत हुई है, जबकि 54 लोग घायल हुए हैं। यह ट्रेन छत्तीसगढ़ के जगदलपुर से ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर जा रही थी।  बचावकर्ता पूरी रात हादसे के शिकार लोगों को बचाने में लगे रहे। एक वरिष्ठ रेलवे अधिकारी के मुताबिक सरकारी अधिकारी और आपातकालीन कार्यकर्ता पूरी रात पीड़ितों को निकालने में लगे रहे। ट्रेन के 22 डिब्बो में से 13 डिब्बों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। हादसे के बाद तटीय लाइन पर रेलवे परिचालन प्रभावित रहा है।
 
1. ट्रेन छत्तीसगढ़ के जगदलपुर शहर से ओड़िशा की राजधानी भुवनेश्वर जा रही थी, जब यह विशाखापत्तनम से 160 किमी दूर पटरी से उतर गई। 

2. ईस्ट-कोस्ट रेलवे के प्रमुख पीआरओ जेपी मिश्रा ने कहा कि हादसे के बाद रायगडा और विजयनगरम रूट पर रेल परिचालन प्रभावित हुआ। तीन ट्रेनों को कैंसिल किया गया है, जबकि 8 के रूट बदले गए हैं। हादसे में सुरक्षित बचे 13 डिब्बों को रायगडा रवाना किया गया है, जोकि संभलपुर-अंगुल रूट से भुवनेश्वर जाएंगे। अगर जरूरी होगा, तो रायगडा में अतिरिक्त कोच जोड़े जाएंगे। 

3. एक रेलवे अधिकारी के मुताबिक रेलमंत्री सुरेश प्रभु घटनास्थल जा रहे हैं।. प्रभु ने मृतकों के परिजनों के लिए 2 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है, जबकि घायलों के लिए 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता का ऐलान किया गया है। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने भी आंध्र प्रदेश के लोगों के लिए 5 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है।

4. जेपी मिश्रा ने कहा कि ट्रेन हादसे के कारणों को लेकर निश्चित नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘मामले की जांच हो रही है और हम इसके पीछे किसी साजिश की आशंका को खारिज नहीं कर रहे हैं।’ रेलवे के प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने कहा कि रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी इस ट्रेन हादसे की जांच करेंगे और जल्द ही अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। 

5. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मामले पर ट्वीट करके शोक जताया और कहा कि ‘दुर्घटना दुर्भाग्यपूर्ण है।’ उन्होंने आगे कहा कि ‘रेल मंत्रालय स्थिति पर निगाह रखे हुए हैं और तेज राहत और बचाव कार्य के लिए हरसंभव कोशिश की जा रही है।’

तीन महीने में तीसरा बड़ा हादसा

6. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बचाव के लिए घटना स्थल पर सबसे पहले स्थानीय लोग पहुंचे। इसके बाद ही रेलवे बचाव दल पहुंचा। 
7. रेलवे स्थानीय बस संचालकों के साथ मिलकर यात्रियों को पहुंचाने में लगी हुई है। पांच बसों के जरिए यात्रियों को पलसा और बहरामपुर इलाके में पहुंचाया गया है। साथ ही 10 एंबुलेंस के जरिए घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। 

8. बता दें कि दो महीने पहले कानपुर में इससे भी बड़ा हादसा हुआ था, जहां 146 लोगों की मौत हो गई। पिछले महीने कानपुर से 70 किमी दूर रूरा में सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस के 15 डिब्बे पटरी से उतर गए। ट्रेन के 2 कोच कैनाल में गिए गए। इस घटना में 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि 26 लोग घायल हुए। 

9. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार रेलवे को आधुनिक बनाने के लिए अगले पांच साल में 137 बिलियन डॉलर निवेश करने की योजना में है। ताकि रेलवे को सुरक्षित, तेज और ज्यादा सक्षम बनाया जा सके। 

10. रेलवे के नेटवर्क को बेहतर करने के लिए केंद्र सरकार ने कई प्राइवेट कंपनियों के साथ समझौता किया है। भारत की पहली बुलेट ट्रेन बनाने के लिए जापान, भारत को 12 बिलियन डॉलर का सॉफ्ट लोन देने पर सहमत हो गया है। हालांकि ये योजना अभी प्रारंभिक अवस्था में हैं। 

 

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