ताहिरा बताती हैं कि कैंसर की अब तक की लड़ाई में उन्होंने बिलकुल हिम्मत नहीं हारी। उन्हें एक पल भी ऐसा याद नहीं है कि वो रोई हों या फिर उन्होंने अपने आपको बीमार फील किया हो।
सभी जानते हैं कि आयुष्मान खुराना की पत्नी ताहिरा कश्यप कैंसर से अपनी लड़ाई लड़ रही हैं। इस बारे में बात करते हुए वो ज़रा भी नहीं झिझकती बल्कि बड़े बिंदास तरीके से सोशल मीडिया पर पाना bold लुक भी शेयर करती हैं और कैंसर से जुड़ी परेशानियों को भी खुल कर बताती हैं।फिजिकली ही नहीं बल्कि, हिम्मत दिखाते हुए मेंटली इस लड़ाई से लड़ना भी बहुत ज़रूरी है, ऐसा ही कुछ कहना है ताहिरा कश्यप का भी।
हाल ही में एक इंटरव्यू में ताहिरा ने उस दिन और उस पल की बात की जब उन्हें पता चला कि उन्हें ब्रेस्ट कैंसर है। ताहिरा ने कहा कि मुझे जब पता चला कि मुझे कैंसर है तो मैं बस हंसे जा रही थी। मुझे समझ ही नहीं आ रहा था कि यह कैसे हो गया। आप कभी ऐसी चीज होने की उम्मीद नहीं करते हैं। मेरे पति शॉक में थे, लेकिन ऐसा एक भी पल नहीं था, जब मैं रोई हूं। मेरा सोचना था कि ठीक है, यह मुश्किल आई है तो हम इससे निबटेंगे।
ताहिरा बताती हैं कि कैंसर की अब तक की लड़ाई में उन्होंने बिलकुल हिम्मत नहीं हारी। उन्हें एक पल भी ऐसा याद नहीं है कि वो रोई हों या फिर उन्होंने अपने आपको बीमार फील किया हो। उनका कहना है कि अगर चार साल पहले उन्हें कैंसर होता तो वो इतने हिम्मत से इसे संभाल नहीं पाती। क्यूंकि वो पिछले चार सालों से बुद्धिज़म को फॉलो कर रही हैं। इसकी वजह से उन्हें मेंटली बहुत ताकत मिली है और वो जानती हैं कि वो कैंसर को हरा सकती हैं।
ताहिरा ने उस पल की भी बात की जब उनकी आंखें नम हुईं। वो कहती हैं कि बस एक बार ऐसा हुआ, जब डॉक्टर ने बताया कि मेरा ब्रेस्ट निकालना पड़ेगा, जिसे वह मेरी पीठ के टिश्यूज से दोबारा कंस्ट्रक्ट कर देंगे, तब मेरी आंखों में आंसू आ गए, लेकिन मेरे पति ने कहा कि पागल हो? जब कैंसर का पता चला तब तो हंस रही थी, अब जब उसे निकाल रहे हैं तो रो रही हो। तब मुझे भी लगा कि हां, इसमें रोने की क्या बात है। बस यही एक पल था, जब मैं थोड़ी कमजोर पड़ी थी, लेकिन एक पार्टनर के तौर पर आयुष्मान बहुत ज्यादा सपॉर्टिव थे।
अगर उस वक्त उन्होंने यह बात न कही होती तो शायद मैं भी दुखी फील करती। ऐसे में आपको अपने परिवार से बहुत सपोर्ट चाहिए होता है। इसलिए, मैंने इस बारे में सोशल मीडिया में लिखा, क्योंकि मैं बताना चाहती थी कि जितने कपल हैं, पति हैं, उन्हें सपोर्टिव होना चाहिए।