आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा यानि खुदा की सेना के संस्थापक जमात-उद-दावा के प्रमुख मुहम्मद हाफिज सईद के खिलाफ कोई सबूत होने से पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के इनकार पर अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने इसे झूठ करार दिया है।
पाकिस्तान के पड़ोसी देश अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई से इस बारे में सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि, ‘ओह! सबूतों की भरमार है, यह सभी को पता है!’
हाफिज सईद के खिलाफ कोई केस नहीं है। जियो टीवी को दिए इंटरव्यू में अब्बासी ने कहा कि सईद साहब के खिलाफ तभी कार्रवाई की जा सकती है जब उनके खिलाफ व्यक्तिगत तौर पर कोई मामला हो।
पाकिस्तान की ओर से यह बयान ऐसे वक्त में सामने आया, जब अमेरिका ने आतंकवाद का समर्थन करने की वजह बताकर उसके खिलाफ गंभीर कदम उठाते हुए सैन्य और आर्थिक दोनों ही मदद पर रोक लगा दी है।
पाकिस्तान को अमरीकी मदद रोके जाने पर हामिद करजई ने कहा है कि, ‘उग्रवाद को एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने को दुनिया अब बर्दाश्त नहीं करती है। यह बात पाकिस्तान, उनकी सेना और खुफिया एजेंसियों को समझाने के लिए जो भी कर सकते हैं उन्हें राजनीतिक, आर्थिक और अन्य तरीकों से करना चाहिए।