प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी का भ्रमण करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रधानमंत्री के सभी कार्यक्रमों में साथ-साथ होंगे। प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी भ्रमण के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-2 के हंडिया-राजा तालाब खंड का 6-लेन चौड़ीकरण कार्य राष्ट्र को समर्पित करेंगे। यह परियोजना प्रयागराज तथा वाराणसी को आपस में जोड़ती है और स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना-1 (दिल्ली-कोलकाता कॉरिडोर) का भी प्रमुख भाग है।
पूर्व में प्रयागराज से वाराणसी के बीच यात्रा में लगभग साढ़े तीन घंटे का समय लगता था। अब प्रयागराज से वाराणसी की यात्रा में मात्र डेढ़ घंटे लगेगा। इस परियोजना की लागत 2,447 करोड़ रुपये है। मोदी श्री काशी विश्वनाथ मंदिर धाम परियोजना स्थल का जायजा लेंगे और राजघाट में आयोजित ‘देव दीपावली’ महोत्सव में शामिल होंगे। वह सारनाथ पुरातत्व परिसर पहुंचकर लाइट एंड साउंड शो भी देखेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनारस में देव दीपावली की अनुपम छटा निहारने के लिए एक घंटे से ज्यादा समय गंगा में जल विहार करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिर्जामुराद की जनसभा के बाद हेलीकॉप्टर से राजघाट पहुंचेंगे और यहां से काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का सफर नाव से करेंगे। कॉरिडोर के निरीक्षण के बाद वह नाव से वापस राजघाट जाएंगे और वहां से संत रविदास घाट तक देव दीपावली की छटा निहारेंगे।
देश-दुनिया में विख्यात देव दीपावली पर काशी प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दीया-बाती उकेरा हुआ दस्तकारी हुनर से तैयार खास अंगवस्त्रम भेंट किया जाएगा। एक तरफ देव-दीपावली से जुड़े हुए दीया-बाती तो दूसरी ओर प्रकाश पर्व भी उकेरा गया है। युवा शिल्पियों की ख्वाहिश है कि देव-दीपावली पर प्रधानमंत्री का स्वागत इसी अंगवस्त्रम के साथ स्वागत किया जाए।
पद्मश्री व जीआई विशेषज्ञ डॉ रजनीकांत मिश्रा ने बताया कि लोहता की युवा शिल्पी आफरीन और यास्मीन ने अपने हुनर से रेशम के धागों को प्रयोग करते हुए 22 इंच और 72 इंच के साइज का यह पांच दीपक-बाती और देव दिपावली प्रकाश पर्व लिखा अंगवस्त्र 6 दिन की निरंतर मेहनत के साथ तैयार किया है। इसे जिला प्रशासन को सौंप दिया गया है। महिला शिल्पियों का कहना है कि प्रधानमंत्री जब हम लोगों के लिए इतना कुछ कर रहे हैं तो हमें भी उत्साह के साथ उनका अभिनंदन अपने हुनर के साथ करना चाहिए।