रेवाड़ी। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) का केमेस्ट्री का पेपर मंगलवार को वॉट्सएप पर वायरल हो गया। कुछ ही देर में यह हजारों लोगों के मोबाइल फोन तक पहुंच गया। सुबह 11 बजे के आसपास केमेस्ट्री का पेपर लीक की सूचना फैलते ही खासकर अभिभावकों में हड़कंप मच गया। वहीं, पेपर लीक होने की खबर से सीबीएसई बचाव की मुद्रा में आ गया है। उसने इसको लेकर अजब तर्क दिया है। हालांकि, अधिकारियों ने अंदरुनी जांच करवाई, जिसमें गड़बड़ी मिली है।
केमेस्ट्री का पेपर लीक
सीबीएसई का यह भी कहना है कि प्रश्न पत्र सुबह 9.45 खुल जाता है। ऐसे में परीक्षार्थी के जरिये बाहर आया है। इसे पेपर लीक होना नहीं कहा जा सकता है। बता दें कि परीक्षा का समय परीक्षा 10.30 बजे शुरू होकर 1.30 बजे तक चलती है। ऐसे में 11 बजे प्रश्न पत्र का लीक होना सामान्य बात नहीं है। वहीं, सीबीएसई 12 वीं कक्षा के केमेस्ट्री विषय का पेपर लोगों के वाट्सएप पर सुबह से ही वायरल होने लगा।
अब बताया जा रहा है कि रेवाड़ी के उपायुक्त की सूचना के बाद सक्रिय हुए CBSE के अधिकारियों ने अपने स्तर पर जांच करवाई। जांच रिपोर्ट कुछ देर बाद CBSE के पंचकूला क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचेगी। सूत्रों के अनुसार जांच रिपोर्ट में रेवाड़ी के ग्रामीण क्षेत्र में स्थित एक निजी स्कूल के नाम का उल्लेख किया गया है। यह रिपोर्ट कांफिडेंसियल है, लेकिन हमें अपने स्तर पर यह पुख्ता जानकारी मिली है कि जिस सेंटर पर प्रश्नपत्र का पैकेट खोला गया था, उस सेंटर पर प्रश्न पत्र खोलने वालों में रसायन शास्त्र के ही दो पीजीटी टीचर हस्ताक्षर करने वालों में शामिल थे। नियमानुसार उस विषय का टीचर उस पैकेट पर हस्ताक्षर करने के लिए/अपने सामने पैकेट खुलवाने के लिए अधिकृत ही नहीं है, जिस विषय की परीक्षा होने जा रही हो।
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