कांवड़ मेले पर रोक को लेकर शुक्रवार से हरिद्वार जिले की सीमाओं के अलावा हरकी पैड़ी पर पुलिस तैनात हो जाएगी। गुरुवार देर शाम तक पुलिस कर्मियों के हरिद्वार पहुंचने का क्रम जारी रहा। जिले में आमद कराने के बाद पीएसी को नारसन, भगवानपुर, चिड़ियापुर समेत हरिद्वार की सीमा पर तैनात कर दिया गया था।
हरिद्वार में गुरु पूर्णिमा के दिन से ही कांवड़ मेले का आगाज होता है और करीब 15 दिन तक यह मेला हरिद्वार में चलता है। सरकार की ओर से कोरोना वायरस को देखते हुए इस साल कांवड़ मेला स्थगित किया गया है। जिसके बाद हरिद्वार पुलिस प्रशासन ने निर्णय लिया है कि हरिद्वार आने वाले कांवड़ियों को सीमा से प्रवेश नहीं दिया जाएगा। हरकी पैड़ी को कावड़ियों के लिए सील रखा जाएगा।
हरिद्वार तक पहुंचने पर कांवड़ियों को क्वारंटाइन और आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा। शुक्रवार से ही कांवड़ मेले की शुरुआत मानी जाएगी। आज के दिन से हरिद्वार में कांवड़ियों के हरिद्वार आने का क्रम शुरू हो जाता था। शुक्रवार से पीएससी सीमा पर तैनात हो जाएगी। गुरुवार शाम को भी काफी संख्या में पुलिसकर्मी हरिद्वार पहुंचे करीब 10 पीएसी कंपनी और 900 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। एसएससी सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस ने बताया कि पुलिसकर्मियों के आने का क्रम शुरू हो गया है। पुलिसकर्मियों को तैनात किया जा रहा है। सीमा पर पूरी सख्ती कर दी गई है।
23 और 24 दोनों दिन मनाई जाएगी गुरु पूर्णिमा
हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ मास की पूर्णिमा 23 जुलाई (शुक्रवार) को सुबह 10 बजकर 43 मिनट से शुरू होगी, जो कि 24 जुलाई की सुबह 08 बजकर 06 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि में पूर्णिमा मनाए जाने के कारण यह 24 जुलाई, शनिवार को मनाई जाएगी।
गुरु के दर्शन को रिपोर्ट लेकर आ सकेंगे हरिद्वार
गुरु पूर्णिमा पर हरिद्वार में अपने गुरु के दर्शन और आशीर्वाद करने के लिए बाहरी राज्य से आने वाले श्रद्धालु 72 घंटे भीतर की आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट लेकर हरिद्वार आ सकेंगे। सीमा पर उन्हें अपना रजिस्ट्रेशन और नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। गुरु पूर्णिमा के दिन हरिद्वार में हजारों श्रद्धालु हरिद्वार अपने गुरुजन के दर्शन को पहुंचते हैं।