अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि 450 वर्षों के संघर्ष के बाद अयोध्या में राम मंदिर बनने जा रहा है। इसका श्रेय 100 करोड़ हिंदुओ के त्याग और बलिदान को जाता है।
मंदिर निर्माण के लिए संतों ने संघर्ष किया और आंदोलन का नेतृत्व किया। अब जब मंदिर निर्माण होने वाला है तो जरूरी है कि इसके लिए बनने वाले ट्रस्ट से राजनीतिज्ञों को दूर रखा जाए।
उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण का काम साधु संत खासकर वैष्णो संत व शंकराचार्य अखाड़े को करना चाहिए। इसे राजनीति का अखाड़ा नहीं बनाया जाना चाहिए। मंदिर का मॉडल कैसा होगा…? इस पर उन्होंने कहा कि इसे सरकार पर छोड़ देना चाहिए।
मुस्लिमों को पांच एकड़ जमीन दिए जाने के सवाल पर तोगड़िया ने कहा कि हमारी पहले से ही मांग रही है कि अयोध्या की सीमा में मस्जिद स्वीकार नहीं होगी। बाबर के नाम पर तो पूरे भारत में नहीं होगी। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट में शामिल होने को लेकर उनकी कोई रुचि नहीं है।