अजय देवगन की फ़िल्म तानाजी- द अनसंग वॉरियर आज शुक्रवार को रिलीज़ हो गयी है। ऐसे वक़्त में अजय ने सोशल मीडिया के ज़रिए जेएनयू मसले पर अपनी बात रखी है। अजय ने जो मुद्दा उठाया है, वो जानना बेहद ज़रूरी है।
अजय ने ट्वीट करके लिखा- मैंने हमेशा कहा है कि हमें सही तथ्यों के बाहर आने का इंतज़ार करना चाहिए। मैं हर किसी से गुज़ारिश करता हूं कि हमें शांति और भाईचारे की भावना को आगे बढ़ाना चाहिए।
इसे जानबूझकर या लापरवाही से पटरी से नहीं उतरने देना चाहिए। अजय पहले भी जेएनयू को लेकर अपनी बात कह चुके हैं। अजय के इस ट्वीट को काफ़ी पसंद किया जा रहा है। कई हज़ार लोगों ने इसे पसंद किया है तो कुछ लोगों को यह नाग़वार भी गुज़र रहा है।
बहरहाल, अजय पहले भी कुछ इसी तरह की राय इंटरव्यूज़ में ज़ाहिर कर चुके हैं। बता दें कि जेएनयू में कुछ छात्रों के साथ हुई हिंसा को लेकर सोशल मीडिया में पिछले कुछ दिनों से बवाल चल रहा है।
तमाम बॉलीवुड सेलेब्रिटीज़ इसको लेकर ट्वीट कर रहे हैं। दीपिका पादुकोण भी अपनी फ़िल्म छपाक को प्रमोट करने दिल्ली आयी थीं तो उन्होंने जेएनयू के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्र-छात्राओं से मुलाक़ात की थी, जिसको लेकर उनकी जमकर ट्रोलिंग हो रही है। हालांकि दीपिका ने मुलाक़ात के दौरान कोई बयानबाज़ी नहीं की थी।
बात करें तानाजी की तो ओम राउत ने इसका निर्देशन किया है। फ़िल्म 3800 से ज़्यादा स्क्रींस पर रिलीज़ की गयी है। इसका सीधा मुक़ाबला दीपिका की छपाक से है।
हालांकि छपाक सिर्फ़ 1700 स्क्रींस पर रिलीज़ हुई थी। तानाजी के मुक़ाबले यह छोटी फ़िल्म है। तानाजी की कहानी इतिहास से निकली है, जबकि छपाक की कहानी आज के दौर की है। छपाक एसिड अटैक सर्वायवर लक्ष्मी अग्रवाल के जीवन से प्रेरित फ़िल्म है। इसका निर्देशन मेघना गुलज़ार ने किया है।