प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार देश के हेल्थकेयर को बेहतर बनाने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण अपना रही है और न केवल उपचार बल्कि कल्याण पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। प्रधानमंत्री स्वास्थ्य क्षेत्र में केंद्रीय बजट के प्राविधानों को प्रभावी तौर पर लागू करने को लेकर आयोजित वेबिनार को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए निर्धारित किए गए बजट प्राविधानों को अभूतपूर्व बताया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में हमें देश के दूर-दराज के क्षेत्र में भी, जहां चाहे सिर्फ एक नागरिक ही हो, वहां तक हमें पहुंचना है, ये हमारा मिजाज होना चाहिए और इस दिशा में हमें पूरी कोशिश करनी है।’ उन्होंने आगे कहा कि प्राइवेट सेक्टर, PMJAY में हिस्सेदारी के साथ-साथ public health laboratories का नेटवर्क बनाने में PPP मॉडल्स को भी सपोर्ट कर सकता है। नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन, नागरिकों के डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड और दूसरी Cutting Edge Technology को लेकर भी साझेदारी हो सकती है।
उन्होंने कहा, ‘इस वर्ष के बजट में हेल्थ सेक्टर को जितना बजट आवंटित किया गया है, वो अभूतपूर्व है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘देश को वेलनेस सेंटर, डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल, क्रिटिकल केयर यूनिट, हेल्थ सर्विलांस इंफ्रास्ट्रक्चर, आधुनिक लैब्स और टेली मेडिसीन चाहिए। हमें हर स्तर पर काम करना है, हर स्तर को बढ़ावा देना है।’ उन्होंने कहा, ‘ भारत की दवाओं और वैक्सीन के साथ-साथ हमारे मसालों और हमारे काढ़े का भी कितना बड़ा योगदान है, ये दुनिया आज अनुभव कर रही है। हमारी पारंपरिक दवाओं ने भी दुनिया में अपनी एक जगह बनाई है।’
उन्होंने कहा, ‘भारत को स्वस्थ रखने के लिए हम 4 मोर्चों पर एक साथ काम कर रहे हैं। ये हर देशवासी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘आज पूरे विश्व में भारत के हेल्थ सेक्टर की प्रतिष्ठा और भारत के हेल्थ सेक्टर पर भरोसा, नए स्तर पर है। कोरोना के दौरान भारत के हेल्थ सेक्टर ने जो मजबूती दिखाई है, अपने जिस अनुभव औऱ अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है, उसे दुनिया ने बहुत बारीकी से नोट किया है।’